अगर दिखाई दें ये लक्षण तो भूलकर भी न करें नजरअंदाज, हो सकता है 'लिवर सिरोसिस'

डॉ. विकास सेंगर ने बताया कि लिवर सिरोसिस से जूझ रहे मरीजों को बढ़ती गर्मी और कोरोना संक्रमण के चलते दोगुना खतरा है। ऐसे में पैनिक होने के बजाय सावधानी बरतें...

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 01:36 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 01:37 PM (IST)
अगर दिखाई दें ये लक्षण तो भूलकर भी न करें नजरअंदाज, हो सकता है 'लिवर सिरोसिस'
अगर दिखाई दें ये लक्षण तो भूलकर भी न करें नजरअंदाज, हो सकता है 'लिवर सिरोसिस'

नई दिल्‍ली। मेडिकल साइंस के अनुसार, एड्स के साथ जी रहे मरीजों से भी ज्यादा कमजोर होती है लिवर रोगियों की इम्युनिटी। लिवर के संक्रमित होने पर इसके मरीजों पर अन्य बीमारियों के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। अभी तक के नतीजों में कोरोना संक्रमित रोगियों के स्वस्थ होने का सुखद पहलू चिकित्सकों का प्रयास, संक्रमितों का सहयोग और मजबूत इम्युनिटी रही है।

लिवर खराब होने के कई कारण हैं और उनका उपचार भी संभव है लेकिन इसकी सर्वाधिक गंभीर समस्या लिवर सिरोसिस है। जो लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें इस मौसम व कोरोना संक्रमण के दौर में खास तौर से सतर्क रहने की जरूरत है। खानपान के साथ ही कई बार लिवर के संक्रमित होने का कारण लगातार टीबी और अर्थराइटिस की दवाओं का उपयोग भी होता है। ऐसे में अगर इस तरह का उपचार चल रहा है तो लिवर की जांच भी कराते रहें। जानें क्‍या कहते है कानपुर के गैस्ट्रो के डीएम डॉ. विकास सेंगर

कई बार जब रोगी को देर से इसके संक्रमण की जानकारी होती है तो न केवल लंबे समय तक उपचार चलता है, बल्कि मरीज के साथ-साथ परिवारवालों को भी सजग रहना होता है, क्योंकि इन मरीजों में दवाएं चलने के बाद भी अधिक संक्रमण के कारण अचानक से नई-नई समस्याओं के लक्षण दिखते हैं। जैसे- बेहोशी, अचानक से चक्कर आना या उल्टी के साथ खून आ जाना। बेहतर रहेगा कि अगर आप लिवर की किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं तो कोविड-19 के संक्रमणकाल में घर से बाहर कतई न निकलें और लगातार चिकित्सक के संपर्क में रहें। हां, यदि सेहत को प्रभावित करने वाली नई समस्या पैदा होती है तो ही चिकित्सक की सलाह पर अस्पताल का रुख करें और कोरोना से बचने के सारे उपाय आजमाएं।

डायबिटीज, हृदय रोग या मोटापे की समस्या है तो इनके उपचार के साथ ही लिवर की स्थिति पर भी नजर रखें। संक्रमण के प्रमुख लक्षण...

लिवर संक्रमण के प्रमुख लक्षण

घबराहट होना

भूख न लगना

शरीर का पीला पड़ना

लगातार वजन गिरना

हल्का बुखार बना रहना

उल्टी के साथ खून आना

अचानक बेहोश हो जाना

उल्टियां होना या जी मिचलाना

थकान का अनुभव या बराबर लेटे रहने की इच्छा करना

लिवर से जुड़ी समस्याएं: आमतौर पर लिवर की कई बीमारियां हैं, जिनकी प्रारंभिक समस्याओं में पीलिया, फैटी लिवर, लिवर में सूजन आदि हो सकती हैं लेकिन जब इन्हीं छोटी-छोटी समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है तो हेपेटाइटिस जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। हेपेटाइटिस-ए, बी, सी, डी, ई-प्रकार का होता है और उचित उपचार से यह ठीक भी हो जाता है। हेपेटाइटिस-सी लिवर का गंभीर संक्रमण है, जिसका नाम सुनते ही रोगी सदमे में आ जाता है। जबकि लंबे समय तक उपचार और चिकित्सक की देखरेख में इसके मरीज भी स्वस्थ हो जाते हैं। अधिसंख्य लोगों का मानना है कि लिवर सिरोसिस के शिकर वे लोग होते हैं, जो एल्कोहल का सेवन करते हैं लेकिन यह सच नहीं है। हां, 33 फीसदी रोगियों में एल्कोहल इस बीमारी की वजह है पर कई बार उच्च रक्तचाप, मोटापा, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियां भी लिवर के सामान्य रूप से काम न करने का कारण होती हैं।

इस तरह स्वस्थ रखें लिवर वजन नियंत्रित रखें पौष्टिक और सुपाच्य आहार लें शुगर का प्रयोग कम से कम करें फास्टफूड का इस्तेमाल कतई न करें एल्कोहल, तंबाकू और धूमपान से दूर रहें अधिक चिकनाई युक्त चीजों से परहेज करें अगर अधिक चाय पीते हैं तो ग्रीन टी का इस्तेमाल करें योग, व्यायाम, मेडिटेशन आदि दिनचर्या में शामिल करें

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