अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर छत्तीसगढ़ के युवक ने लहराया तिरंगा

होली के दिन 5895 मीटर ऊंचे हिमशिखर पर हेमंत ने किया योग

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Wed, 07 Mar 2018 10:20 AM (IST) Updated:Wed, 07 Mar 2018 11:44 AM (IST)
अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर छत्तीसगढ़ के युवक ने लहराया तिरंगा
अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर छत्तीसगढ़ के युवक ने लहराया तिरंगा

कोरबा (विकास पांडेय)। होली के दिन जहां पूरा देश रंगों का उत्सव मना रहा था, छत्तीसगढ़ के दीपका-गेवरा (कोरबा जिला) का युवा पर्वतारोही हेमंत ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर फतह हासिल की। 5895 मीटर ऊंचे हिमशिखर पर पहुंचे हेमंत ने तिरंगा लहराते हुए माइनस 29 डिग्री सेल्सियस तापमान में योग का प्रदर्शन किया। यहां माउंट किलिमंजारो पर्वत पर स्थित उहुरू पीक में उन्होंने देश व छत्तीसगढ़ के लिए यह सफलता 2 मार्च की सुबह 8.30 बजे हासिल की।

हेमंत ने बताया कि पृथ्वी पर सातों महाद्वीपों में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। अब तक जो भी प्रयास उन्होंने किए हैं, उसके लिए पिता ने हर संभव प्रोत्साहन दिया है। कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त कर चुके हेमंत ने आर्मी ज्वाइन करने का लक्ष्य बनाया था।

शेरपा के साथ अकेले पूरा किया अभियान

26 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे हेमंत ने माउंट किलिमंजारो के शिखर उहुरू पीक की यात्रा शुरू की थी। उसी शाम करीब 1800 मीटर की ऊंचाई पर पहले बेस पर समिट किया। इसी तरह एक-एक कर उन्होंने 3000 मीटर, 4600 मीटर व 1 मार्च की शाम करीब 4.30 बजे आखिरी बेस पर समिट कर विश्राम किया। शेरपा के साथ अपने अभियान पर अकेले ही निकले हेमंत ने रात एक बजे पुन: अंतिम चढ़ाई शुरू की और अगली सुबह दो मार्च को 8.30 बजे समुद्र तल से 5895 मीटर की ऊंचाई पर स्थित उहुरू पीक पहुंचे।

5 दिन सफर, लौट गए थे 55 पर्वतारोही

हेमंत ने लक्ष्य तक पहुंचने करीब 5 दिन का कठिन सफर किया। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान पता चला कि उहुरू पीक पर मौसम काफी मुश्किल हो गया था। स्र्स, इंग्लैंड व अमेरिका समेत विश्वभर से आए 55 विदेशी पर्वतारोहियों की एक टीम उनसे पहले निकली थी, जो उहुरू पीक पर पहुंचने के अपने अभियान को आधे रास्ते में छोड़ वापस लौट गई। पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, शेरपा के मना करने के बाद भी अभियान जारी रखा।

जीवन का एक ही लक्ष्य, माउंट एवरेस्ट

सात महाद्वीप में सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8850 मीटर, समुद्र तल से ऊंचाई) पर छत्तीसगढ़ से कोई नहीं पहुंचा, जो हेमंत के जीवन एकमात्र लक्ष्य है। इसके लिए बहुत कठिन तैयारी करनी होती है। भारतीय पर्वतरोहण संस्थान (आईएमएफ) से मान्यता प्राप्त 5 प्रमुख प्रशिक्षण संस्थाओं में 3 प्रशिक्षित हेमंत ने वर्ष 2013 में पहली बार उत्तराखंड में डोकरीयानी नामक (4053 मीटर) पर तिरंगा फहराया। उसके बाद उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, जम्मू एंड कश्मीर और लेह-लद्दाख की ऊंची चोटियों पर राज्य का नाम रोशन किया है। 

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