पृथ्‍वी के चक्‍कर काट रहे हैं 6 हजार सेटेलाइट, जानें- कौन से हैं दुनिया के तीन बड़े सेटेलाइट ऑपरेटर

करीब छह हजार सेटेलाइट आज इस पृथ्‍वी के चक्‍कर लगा रहे हैं। अमेरिका और रूस दोनों ही दुनिया में बड़े ऑपरेशनल सेटेलाइट ऑपरेटर में शामिल हैं। धरती के चक्‍कर काट रहे इन सेटेलाइट्स की हमारी जिंदगी में भी बड़ी अहमियत है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 09:43 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 09:48 AM (IST)
पृथ्‍वी के चक्‍कर काट रहे हैं 6 हजार सेटेलाइट, जानें- कौन से हैं दुनिया के तीन बड़े सेटेलाइट ऑपरेटर
स्पेसएक्स दुनिया का सबसे बड़ा व्यावसायिक सेटेलाइट ऑपरेटर है।

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। मानव ने सदियों से अंतरिक्ष और सितारों में कई अनसुलझे जवाबों को खोजने की कोशिश की है। यह आकर्षण दार्शनिकता से कुछ अधिक है, जो कि पृथ्वी पर मौजूद बहुत सी समस्याओं के निस्तारण से जुड़ा है। यही कारण है कि पृथ्वी की कक्षा में हर साल सैकड़ों सेटेलाइट भेजे जा रहे हैं। इनमें संचार को बेहतर करने से लेकर वातावरण की निगरानी रखने से सीमा की सुरक्षा तक कई तरह के सेटेलाइट मौजूद हैं। कुल छह हजार सेटेलाइट पृथ्वी की कक्षा के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। 

निजी कंपनियों के बढ़ते कदम

एलन मस्क द्वारा स्थापित स्पेसएक्स दुनिया का सबसे बड़ा व्यावसायिक सेटेलाइट ऑपरेटर है। अप्रैल तक 358 सेटेलाइट लांच कर स्पेसएक्स ने नेविगेशन क्षमताओं को बढ़ाया है और दुनिया को अंतरिक्ष आधारित इंटरनेट उपलब्ध कराया है। अप्रैल तक कंपनी दुनिया के 22 फीसद ऑपरेशनल सेटेलाइट का संचालन कर रही थी। इसके अतिरिक्त अगस्त से सितंबर 2020 के मध्य 175 सेटेलाइट और लांच किए। इसके अतिरिक्त प्लेनेट लैब्स ने 246, स्पायर ग्लोबल ने 89, इरिडियम ने 78 और वन वेब ने अप्रैल तक 74 सेटेलाइट लांच किए हैं।

अंतरिक्ष में इन देशों का दबदबा

यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अमेरिका, चीन और रूस ऑपरेशनल सेटेलाइट वाले देशों की सूची में शीर्ष पर हैं। अमेरिका और रूस (तब सोवियत संघ) के मध्य 1950 से 1960 के मध्य अंतरिक्ष की दौड़ शुरू हो गई थी। दोनों देश आज शीर्ष तीन सेटेलाइट ऑपरेटर देशों में शुमार हैं। इसमें से अमेरिका के पास अप्रैल 2020 तक 1,308 यानी करीब आधे सेटेलाइट हैं, जबकि चीन के पास करीब 356 और रूस के 167 सेटेलाइट हैं। वहीं, भारत 1975 के बाद से अब तक 100 से अधिक सेटेलाइट लांच कर चुका है।

आने वाले वक्त में बढ़ेगी दौड़

आने वाले वक्त में सेटेलाइट की दौड़ और तेज होगी। यूरोकांसल्ट के मुताबिक, हर साल 990 सेटेलाइट लांच किए जाएंगे। इसका अर्थ है कि 2028 तक अंतरिक्ष में सेटेलाइट की संख्या 15 हजार तक पहुंच जाएगी। स्पेसएक्स की योजना 12 हजार सेटेलाइट के समूह को अंतरिक्ष में भेजने की है तो अमेजन को तीन हजार से ज्यादा सेटेलाइट के समूह को अंतरिक्ष में भेजने की मंजूरी मिल चुकी है।

61 फीसद सेटेलाइट संचार से जुड़े

आज हम सेटेलाइट का इस्तेमाल जीपीएस, नेविगेशन और ऐसी ही दूसरी एप्लिकेशंस में कर रहे हैं। धरती से लांच होने वाले आधे से अधिक सेटेलाइट के लांच का कारण व्यावसायिक होता है। करीब 61 फीसद सेटेलाइट ऐसे हैं, जो कि हमें संचार उपलब्ध कराते हैं। इसके अतिरिक्त 27 फीसद व्यावसायिक सेटेलाइट पृथ्वी की निगरानी के लिए लांच किए जाते हैं। इसमें वातावरण के बारे में पता लगाने से लेकर सीमा सुरक्षा भी शामिल है।

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