केरल में भारी बारिश और भूस्खलन से 42 लोगों की मौत, 304 राहत केंद्र खोले गए, मुख्यमंत्री विजयन ने दी जानकारी

केरल में 12 से 20 अक्टूबर के बीच बारिश और भूस्खलन से 42 लोगों की मौत हुई है जबकि छह लोग लापता हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में 304 राहत केंद्र खोले गए हैं।

By TaniskEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 08:17 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 08:17 PM (IST)
केरल में भारी बारिश और भूस्खलन से 42 लोगों की मौत, 304 राहत केंद्र खोले गए, मुख्यमंत्री विजयन ने दी जानकारी
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन । (फाइल फोटो)

तिरुवनंतपुरम, एएनआइ। केरल में 12 से 20 अक्टूबर के बीच बारिश और भूस्खलन से 42 लोगों की मौत हुई है, जबकि छह लोग लापता हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में 304 राहत केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को जल्द ही वित्तीय सहायता दी जाएगी। बचाव कार्यों के लिए राज्य में एनडीआरएफ की 11 टीमों को तैनात किया गया है और वायुसेना और नौसेना के हेलीकाप्टरों के साथ सेना के जवान भी बचाव अभियान में शामिल हैं। 

त्रिपुनिथुरा के विधायक के बाबू आज विधानसभा में विपक्ष की ओर से बोलने वाले एकमात्र स्पीकर रहे। उन्होंने राज्य सरकार को समर्थन की पेशकश की। साथ ही केरल में अक्सर होने वाली इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की, जिसमें पिछले चार वर्षों में 500 से अधिक लोगों की जान गई है। बाबू ने राज्य सरकार से पूछा कि क्या आपदा संभावित क्षेत्रों में चेतावनी भेजने में कोई कमी है? साथ ही उन्होंने भविष्य में जानमाल के नुकसान से बचने के लिए मौजूदा प्रणाली की अच्छे से उपयोग करने के लिए कहा। बता दें कि केरल विधानसभा ने बुधवार को बाढ़ पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और संक्षिप्त बैठक के बाद सदन को 25 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया, ताकि विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में राहत गतिविधियों में भाग ले सकें।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को भारी बारिश के बीच केरल के कुछ हिस्सों के लिए आरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी रखी। केरल के कोट्टायम, पठानमथिट्टा और इडुक्की जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पेरियार नदी के तट पर पड़ने वाले स्थानों को एर्नाकुलम जिला प्रशासन द्वारा हाई अलर्ट पर रखा गया है। इडुक्की बांध से छोड़ा गया पानी बुधवार सुबह कोच्चि के अलुवा के बाढ़ संभावित क्षेत्रों में पहुंच गया है।

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