केरल: इडुक्की में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हुई

जिला कलेक्टर ने आज सुबह एएनआई से कुल मौत की पुष्टि की।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 03:29 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 03:29 PM (IST)
केरल: इडुक्की में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हुई
केरल: इडुक्की में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हुई

इडुक्की, एएनआइ। इडुक्की में राजमाला भूस्खलन में मरने वालों की संख्या तीन शव और मिलने से साथ कुल 52 हो गई है। जिला कलेक्टर ने आज सुबह एएनआई से कुल मौत की पुष्टि की। जिला सूचना कार्यालय ने कहा कि दो एनडीआरएफ टीमें, इडुक्की आग और बचाव दल की एक पूरी इकाई, कोट्टायम, तिरुवनंतपुरम की एक टीम और विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली एक टीम इडुक्की के राजमाला में बचाव अभियान का नेतृत्व कर रही हैं। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भूस्खलन के कारण हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया था और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिसने पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में कहर बरपाया है।

केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा था कि केरल में कई प्राकृतिक आपदाएं आई हैं लेकिन ये भूस्खलन उनसे ज्यादा गंभीर है। सरकार को मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये देने की अपनी घोषणा पर पुनर्विचार करना चाहिए और राशि को बढ़ाना चाहिए।

गौरतलब है कि शुक्रवार तड़के तेज बारिश के कारण इदुक्की जिले के राजामलाई में भूस्खलन हुआ। इस दौरान 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और 60 लोग मलबे में दब गए। भूस्खलन वाले इस पर्वतीय क्षेत्र में ज्यादातर टी-एस्टेट में काम करने वाले श्रमिक रहते हैं। बताया जाता है कि भूस्खलन की यह घटना सुबह के वक्त हुई जब धरती का एक बड़ा टुकड़ा पहाड़ से कटकर कतारबद्ध घरों पर गिर गया जिससे घरों में सो रहे लोगों की मौत हो गई। चाय बागान में काम करने वाले ज्यादातर लोग नजदीकी राज्य तमिलनाडु के रहने वाले लोग थे।

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