कर्नाटक: परप्पना अग्रहरा जेल और बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में छापामारी, 76 लोग हिरासत में लिए गए

कर्नाटक में परप्पना अग्रहरा जेल और बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में छापामारी की खबर है। सिटी क्राइम ब्रांच की रेड में जेल से मोबाइल फोन और गांजा समेत अन्य चीजें बरामद हुई हैं। बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में 105 घरों पर छापेमारी के दौरान 76 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 08:54 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 10:14 AM (IST)
कर्नाटक: परप्पना अग्रहरा जेल और बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में छापामारी, 76 लोग हिरासत में लिए गए
र्नाटक में परप्पना अग्रहरा जेल और बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में छापामारी।

बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक में परप्पना अग्रहरा जेल और बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में छापामारी की खबर है। सिटी क्राइम ब्रांच की रेड में जेल से जहां मोबाइल फोन और गांजा समेत अन्य चीजें बरामद हुई हैं। वहीं बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में 105 घरों पर छापेमारी के दौरान 76 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने बताया कि परप्पना अग्रहरा जेल में बेंगलुरु सीसीबी ने छापा मारा। डॉग स्क्वायड के साथ सुबह पांच बजे से छापेमारी की गई। इस दौरान मोबाइल फोन, गांजा, चाकू, सिगरेट, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड जब्त किए गए।

105 घरों पर छापेमारी

डीसीपी वेस्ट ने कहा कि बेंगलुरु पुलिस ने बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में उपद्रवियों के घरों पर व्यापक छापेमारी की। कामाक्षीपाल्या और ब्यादरहल्ली इलाके में आज सुबह पांच बजे से छापेमारी की गई। इस दौरान 105 घरों पर छापेमारी की गई और 76 लोगों को हिरासत में लिया गया।

40 एकड़ में फैली हुई है जेल

अवैध हथियारों, नशीले पदार्थों, अवैध रूप से प्राप्त वाहनों और किसी भी अन्य सामग्री के लिए घरों की तलाशी ली गई। पिछले एक महीने में शहर में कई हत्याओं की खबरें आने के बाद बेंगलुरू पुलिस पर काफी दबाव में है। बता दें कि परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल कर्नाटक की सबसे बड़ी जेल है, जो 40 एकड़ में फैली हुई है। इसमें 810 बैरक और 4,000 से अधिक कैदी हैं।

जेल में हो अवैध गतिविधियों का मामला पहले भी सामने आ चुका है

इस जेल में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) की पूर्व महासचिव वीके शशिकला भी रह चुकी हैं। यह पहली बार नहीं है जब जेल में हो रही गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में पुलिस को पता चला हो और इस तरह का अभियान चलाया गया हो। कुछ साल पहले तत्कालीन डीआईजी जेल डी रूपा ने भी इस जेल में हो रही अवैध गतिविधियों का मामला उठाया था।

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