कर्नाटक सरकार ने अरबों रुपये के IMA पोंजी घोटाले की जांच CBI को सौंपी

कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को अरबों रुपये के आइएमए चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंप दी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 20 Aug 2019 08:33 PM (IST) Updated:Tue, 20 Aug 2019 08:33 PM (IST)
कर्नाटक  सरकार ने अरबों रुपये के IMA पोंजी घोटाले की जांच CBI को सौंपी
कर्नाटक सरकार ने अरबों रुपये के IMA पोंजी घोटाले की जांच CBI को सौंपी

 बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को अरबों रुपये के आइएमए चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंप दी। इस मामले में कई नेता और सरकारी अधिकारी भी आरोपितों में शामिल हैं।

विशेष जांच दल (एसआइटी) प्रमुख एस गिरीश ने कहा कि यह मामला सीबीआइ को इसलिए सौंपा जा रहा है क्योंकि आरोपितों और पीड़‍ितों में राज्य के बाहर के लोग भी शामिल हैं और दूसरे राज्यों में भी जांच की जानी है।

एसआइटी अरबों रुपये के आइएमए ज्वेल्स मामले की जांच कर रही थी। आइ मोनेटरी एडवाइजर यानी आइएमए नामक कंपनी पर भारी मुनाफा का लालच देकर हजारों निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है।

एसआइटी ने कंपनी के एमडी मोहम्मद मंसूर खान समेत कंपनी के कई अधिकारी के साथ ही कई सरकारी अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में एसआइटी ने कई नेताओं से भी पूछताछ की थी।

निवेशकों की तरफ से शिकायतें दर्ज कराए जाने के बाद मुख्य अभियुक्त मंसूर खान दुबई भाग गया था। उसने एक वीडियो जारी कर कई नेताओं और गुंडों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाया था। उसने आत्महत्या करने की धमकी दी थी और स्वदेश लौटने की बात भी कही थी। बाद में वह लौटा तो एसआइटी ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। मामला सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार ने एसआइटी का गठन किया था।

chat bot
आपका साथी