कलकत्ता हाई कोर्ट पहुंचे जस्टिस सीएस कर्नन
सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्नन को चार हफ्ते के भीतर अवमानना नोटिस का लिखित जवाब देने का निर्देश दिया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : अवमानना का सामना कर रहे कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस सीएस कर्नन सुप्रीम कोर्ट द्वारा आठ फरवरी को उनके न्यायिक व प्रशासनिक कार्य पर रोक लगाए जाने के बाद पहली बार सोमवार को हाई कोर्ट में अपने कार्यालय कक्ष में गए।
सूत्रों के अनुसार जस्टिस कर्नन सुबह करीब 11 बजे कलकत्ता हाई कोर्ट में आए और सीधे अपने चेंबर में प्रवेश किया। यहां उन्होंने अपने कार्यालय से संबंधित कुछ कार्यो में भाग लिया। जस्टिस कर्नन दो बजे हाई कोर्ट से निकल गए। गौरतलब है कि इससे पहले बीते 31 मार्च को जस्टिस कर्नन अवमानना के मामले में व्यक्तिगत तौर पर सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए थे और न्यायिक व प्रशासनिक कार्य बहाल करने की मांग की थी, लेकिन शीर्ष अदालत ने इसे ठुकरा दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्नन को चार हफ्ते के भीतर अवमानना नोटिस का लिखित जवाब देने का निर्देश दिया था। बता दें कि भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में कर्नन का मामला अभूतपूर्व है। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर की अध्यक्षता वाली सात जजों की संविधान पीठ सुनवाई कर रही है। इससे पहले व्यक्तिगत तौर पर पेश नहीं होने के कारण संविधान पीठ ने बीते 10 मार्च को उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। देश के इतिहास में यह पहली बार था जब किसी हाई कोर्ट के जज के खिलाफ वारंट जारी किया गया था।
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