जसोदा बेन की पतंजलि योगपीठ में मौजूदगी को आश्रम ने नकारा

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पत्‍‌नी जशोदा बेन के पतंजलि योगपीठ में होने की चर्चा से हरिद्वार में एकाएक सरगमर्मियां बढ़ गईं। दरअसल एक अंग्रेजी पत्रिका ने दावा किया था कि चार धाम यात्रा पर निकलीं जशोदा इन दिनों बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ में हैं। हालांकि योगपीठ के महामंत्री और बाबा के निकट सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने खबर को भ्रामक एवं बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि जशोदाबेन यहां आती हैं तो ये हमारे लिए गौरव की बात होगी, न तो वह पतंजलि में हैं और न ही हमें उनके यहां आने का कोई कार्यक्रम मिला है।'

By Edited By: Publish:Wed, 23 Apr 2014 09:35 PM (IST) Updated:Wed, 23 Apr 2014 11:57 PM (IST)
जसोदा बेन की पतंजलि योगपीठ में मौजूदगी को आश्रम ने नकारा

हरिद्वार [जागरण संवाददाता]। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की पत्‍‌नी जशोदा बेन के पतंजलि योगपीठ में होने की चर्चा से हरिद्वार में एकाएक सरगमर्मियां बढ़ गईं। दरअसल एक अंग्रेजी पत्रिका ने दावा किया था कि चार धाम यात्रा पर निकलीं जशोदा इन दिनों बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ में हैं। हालांकि योगपीठ के महामंत्री और बाबा के निकट सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने खबर को भ्रामक एवं बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि जशोदाबेन यहां आती हैं तो ये हमारे लिए गौरव की बात होगी, न तो वह पतंजलि में हैं और न ही हमें उनके यहां आने का कोई कार्यक्रम मिला है।'

बुधवार को जशोदा बेन के पतंजलि योगपीठ में होने को लेकर एक अंग्रेजी पत्रिका में प्रकाशित समाचार के बाद पुलिस और खुफिया विभाग सतर्क हो गया। प्रशासनिक हलकों से लेकर सियासी गलियारों तक में चर्चा का बाजार गरमा गया। पुलिस और प्रशासन के लोगों ने सुराग लगाने के लिए समाचार पत्रों के दफ्तरों में भी फोन किए। हरिद्वार के एसएसपी डा. सदानंद दाते ने कहा कि इस बारे में उन्हें पुष्ट जानकारी नहीं है।

दूसरी ओर आचार्य बालकृष्ण ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पतंजलि योगपीठ में देश- विदेश से विशिष्ट व अति विशिष्ट अतिथि आते रहते हैं। कभी भी इनके बारे में कोई जानकारी छिपाई नहीं गई। यह पूछने पर कि यदि जशोदा बेन आती हैं तो उनकी मीडिया से बातचीत कराई जाएगी। आचार्य ने कहा कि यह अतिथि पर निर्भर करता है कि वह मीडिया से मिले अथवा नहीं, लेकिन पतंजलि की तरफ से किसी पर कोई पाबंदी नहीं लगाई जाती। उन्होंने कहा कि अगर कभी जशोदाबेन पतंजलि आती हैं तो हम गौरव के साथ इस बात को स्वीकार करेंगे।

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