जानिए, कैसे आज डिजिटल क्रांति के नाम पर तेज़ी से बढ़ रही है अश्लीलता

चौंकाने वाली बात यह है कि ज्यादातर लोग वाई-फाई का इस्तेमाल पॉर्न देखने और अश्लील वेबसाइट सर्च करने में करते हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Jun 2017 12:29 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jun 2017 07:32 PM (IST)
जानिए, कैसे आज डिजिटल क्रांति के नाम पर तेज़ी से बढ़ रही है अश्लीलता
जानिए, कैसे आज डिजिटल क्रांति के नाम पर तेज़ी से बढ़ रही है अश्लीलता

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। देश आज तेज़ी से डिजिटलीकरण को ओर बढ़ रहा है। सरकार की तरफ से डिजिटलीकरण की दिशा में कई प्रयास किए गए हैं और इस दिशा में लगातार काम भी हो रहा है। यानि, आधुनिकीकरण के इस दौर में जहां एक तरफ डिजिटलीकरण के चलते लोगों का जीना आरामदायक हो चुका है और कई जगहों को वाई-फाई से लैस किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इससे काफी नुकसान भी हो रहा है। इन नुकसानों में सबसे गंभीर नुकसान है डिजिटलीकरण के नाम पर बढ़ती अश्लीलता।

स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई से चल रही पोर्न साइटें

ऐसे कई उदाहरण हैं जहां पर लोगों की सहूलियत के लिए सार्वजनिक जगहों पर फ्री वाई-फाई के इस्तेमाल की सुविधाएं दी गईं। लेकिन बाद में यह देखा गया कि वहां पर ज्यादातर लोग उसका इस्तेमाल पोर्न साइटें देखने के लिए कर रहे हैं। सार्वजनिक उपक्रम की मिनी रत्न कंपनी रेलटेल के एक अधिकारी के मुताबिक, रेलवे स्टेशन पर मुफ्त वाई-फाई के इस्तेमाल में पटना सबसे ऊपर वाले पायदान पर है। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि ज्यादातर लोग वाई-फाई का इस्तेमाल पॉर्न वीडियो देखने और अश्लील वेबसाइट सर्च करने में करते हैं।

पटना में सितंबर 2016 में फ्री वाई-फाई की सुविधा चालू की गई थी। लेकिन, पता चला कि सबसे ज्यादा पोर्न वीडियो पटना स्टेशन पर लगे वाई-फाई से लोगों ने देखा। जबकि, पटना के बाद इंटरनेट सर्च में जयपुर दूसरे नंबर पर है। इसके बाद बेंगलुरू और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल होता है।

दिल्ली में मेट्रो स्टेशन पर चली पोर्न क्लिप हुई वायरल
दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर 9 जून 2017 को लोग उस वक्त हक्के-बक्के रह गए जब अचानक वहां लगी एलईडी स्क्रीन पर पोर्न फिल्म चलने लगी। 30 सेकेंड तक चले इस वीडियो को वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और वह क्लिप वायरल हो गई।

पोर्न वीडियो चलने के बाद डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन) के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन्स, अनुज दयाल ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं कि आखिर ये सब कैसे हो गया। दिल्ली मेट्रो ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के अंदर दीवार पर स्क्रीन डिसप्ले बोर्ड लगा रखा है। इस बोर्ड पर यात्रियों को सुरक्षित और अनुशासित सफर के लिए जागरुक किया जाता है। इस बोर्ड पर विज्ञापन भी चलाए जाते हैं।

मेट्रो में अश्लील हरकतें वीडियो पोर्नसाइट पर वायरल
यह मामला जून 2013 का है जब दिल्ली मेट्रो का एक और अश्लील वीडियो पोर्नसाइट पर अपलोड करने का मामला सामने आया। इस वीडियो में मेट्रो की सीढ़ियों और मेट्रो रेल में जोड़े को आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया था। उस दौरान दिल्ली मेट्रो के कॉर्पोरेट संचार के प्रबंध निदेशक अनुज दयाल ने डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन) ने वीडियो को जांच के लिए मुख्य सुरक्षा आयुक्त के पास भेजा था। तो वहीं, साल 2016 के नवंबर में दिल्ली मेट्रो में एक बार फिर से एक वीडियो के वायरल होने का मामला सामने आया था, जिसमें एक लड़का और लड़की अश्लील हरकतें करते दिख रहे थे।

आंखों की शर्म हो गई ख़त्म- समीर मल्होत्रा
डिजिटलीकरण के बाद तेज़ी से बढ़ती अश्लीलता के बारे में Jagran.com से ख़ास बातचीत में मनोरोग चिकित्सक डॉक्टर समीर मल्होत्रा ने बताया कि आज हर चीज बहुत ज्यादा दिखाई जा रही है। जिसके चलते आंखों की शर्म अब ख़त्म होती जा रही है। उन्होंने बताया कि आज बहुत जल्दी लोगों में युवावस्था आ रही है, उसकी वजह है उत्तेजना वाली चीजें परोसा जाना। समीर मल्होत्रा का कहना है कि पहले की तरह आज लोग संयमित नहीं है। उन्हें जल्दी गुस्सा आता है और उस पर कंट्रोल अब कम हो गया है।

अश्लीलता ने किया जीना हराम
डॉक्टर समीर मल्होत्रा का कहना है कि आज लगातार कामुक चीजों का खुलेआम प्रदर्शन किया जा रहा है। इन चीजों तक लोगों की टेक्नॉलोजी के चलते आसानी से पहुंच हो गई है। जिन लोगों के पास खाली समय है या फिर अनियंत्रित समय है वह अपना समय इन्हीं चीजों में लगाते हैं। ऐसे में लोगों की नींद प्रभावित हो रही है और लोग विकृति मानसिकता के शिकार हो रहे हैं। 

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