भाजपा-पीडीपी में 7 फरवरी से पहले हो सकता है गठबंधन

भाजपा और पीडीपी में 7 फरवरी से पहले गठबंधन हो जाएगा, संभावना तो कुछ ऐसी ही नजर आ रही है। सात फरवरी को जम्‍मू-कश्‍मीर में राज्‍यसभा की 4 सीटों के लिए चुनाव है। पीडीपी नेताओं का कहना है कि सरकार गठन को लेकर उनकी बातचीत चल रही है।

By T empEdited By: Publish:Tue, 20 Jan 2015 12:37 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jan 2015 02:21 PM (IST)
भाजपा-पीडीपी में 7 फरवरी से पहले हो सकता है गठबंधन

जम्मू। भाजपा और पीडीपी में 7 फरवरी से पहले गठबंधन हो जाएगा, संभावना तो कुछ ऐसी ही नजर आ रही है। सात फरवरी को जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए चुनाव है। पीडीपी नेताओं का कहना है कि सरकार गठन को लेकर उनकी बातचीत चल रही है।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के मुख्य प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, 'भाजपा के साथ हमारी सरकार गठन को लेकर औपचारिक बातचीत चल रही है।' जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पीडीपी को 28 और भाजपा को 25 सीटें मिली हैं। वहीं नेशनल कांफ्रेंस के खाते में 15 सीटें आईं और उसकी पुरानी सहयोगी पार्टी कांग्रेस को सिर्फ 12 सीटें हाथ लगीं। इसके अलावा 7 सीटें छोटी पार्टियों और इंडिपेंडेंट उम्मीदवारों के खाते में गईं।

अभी यह निर्णय नहीं हुआ है कि पीडीपी किस पार्टी से गठबंधन कर सरकार बनाएगी, लेकिन पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस बारे में कोई भी बयान देने के लिए नईम अख्तर को जिम्मेदारी दी है। इस बीच केंद्रीय राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा, 'आर्टिकल 370 और अफ्सा पर बातचीत पार्टी के जिम्मेदार लोगों से ही की जाएगी। उधर पीडीपी के जनक मुफ्ती मुहम्मद सईद ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से डिनर के दौरान 2 घंटों तक लंबी बातचीत की, जब नईम अख्तर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ' हां, मुफ्ती साहब की बात राज्यपाल से हुई, लेकिन हम जल्दबाजी में नहीं हैं।

बता दें कि विधानसभा का कार्यकाल सोमवार को समाप्त हो गया है, लेकिन अभी तक 12वीं विधानसभा का गठन नहीं हो पाया है। लेकिन माना जा रहा है कि पीडीपी और भाजपा के बीच गठबंधन की घोषणा फरवरी के शुरुआत में हो सकती है। अब पीडीपी और भाजपा को यह रणनीति बनानी है कि वे राज्यसभा के चुनाव एक साथ लड़ेंगे या अलग-अलग। अगर पीडीपी और भाजपा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं, तो इसकी पूरी संभावना है कि वे चारों सीटों पर जीत दर्ज कर लें। लेकिन पीडीपी और भाजपा के अलग-अलग चुनाव लड़ने पर इनके हाथ सिर्फ दो ही सीटें लगेंगी। इस स्थिति में 1 सीट कांग्रेस और 1 सीट नेशनल कांफ्रेंस के हाथ लग सकती है।

कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के दो-दो सदस्यों का कार्यकाल अगले महीने समाप्त होने जा रहा है। इनमें कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद व सैफुद्दीन सोज और नेशनल कांफ्रेंस के गुलाम नबी रतनापुरी व मुहम्मद शफी उरी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा के लिए चुनाव 7 फरवरी को होने जा रहे हैं।

राजनीतिक जानकारों की मानें तो पीडीपी और भाजपा के बीच गठबंधन लगभग तय है। पीडीपी बस यह निश्चित करना चाहती है कि बीजेपी उसकी सभी शर्तों पर राजी है। वैसे भाजपा इस बात के लिए तैयार हो गई है कि छह साल तक राज्य के मुख्यमंत्री का पद पीडीपी के पास ही रहेगा और उसे मुफ्ती मुहम्मद सईद संभालेंगे।

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