Video : LAC पर गरजा राफेल, फॉरवर्ड एयरबेस पर भरी उड़ान, जवानों की मदद को आगे आए लद्दाख के लोग

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के राफेल लड़ाकू विमान (Rafale fighter jet) ने सोमवार को लद्दाख (Ladakh) के फॉरवर्ड एयरबेस पर उड़ान भरी। राफेल (Rafale fighter jet) को भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को शामिल किया गया था।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 07:26 PM (IST)
Video : LAC पर गरजा राफेल, फॉरवर्ड एयरबेस पर भरी उड़ान, जवानों की मदद को आगे आए लद्दाख के लोग
राफेल लड़ाकू विमान ने सोमवार को लद्दाख के फॉरवर्ड एयरबेस पर उड़ान भरी।

लद्दाख, एजेंसियां। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने भी अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान ने सोमवार को लद्दाख के फॉरवर्ड एयरबेस पर उड़ान भरी। राफेल को भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को शामिल किया गया था। मालूम हो कि चीन के अड़ि‍यल रवैये के चलते भारतीय सेना ने महत्‍वपूर्ण सामरिक चोटियों पर डेरा जमा लिया है। सूत्रों की मानें तो भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में 20 से ज्यादा चोटियों पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।  

#WATCH | Indian Air Force’s Rafale fighter jet flying over Ladakh from a forward airbase. The aircraft were formally inducted into Air Force on September 10. pic.twitter.com/xeOGrFDQzZ— ANI (@ANI) September 21, 2020

सूत्रों का कहना है कि 29 अगस्त से सितंबर के दूसरे हफ्ते के बीच भारतीय सेना मागर हिल, गुरंग हिल, रेचन ला, रेजांग ला, मुखपरी और फिंगर-4 के नजदीक एक ऊंची चोटी पर काबिज हुई है। रणनीतिक रूप से अहम इन चोटियों से चीनी सेना की हरकतों पर नजर रखना आसान हुआ है। सूत्रों ने बताया कि एलएसी पर उक्‍स सामरिक चोटियां भारतीय सीमा के भीतर मौजूद हैं। बीते दिनों चीन ने इन चोटियों पर कब्‍जा जमाने की कोशिश की थी। इसके चलते एलएसी पर पिछले कुछ दिनों के भीतर तीन बार गोलियां चली हैं। 

इस बीच समाचार एजेंसी आइएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सेना जाड़े के मौसम के लिए तैयारियां कर रही है। इस काम में लद्दाख के लोग भी मदद कर रहे हैं। लद्दाख के लोग सेना के जवानों के लिए स्‍थानीय खाद्य सामग्रियां जुटाने का काम कर रहे हैं। लद्दाख के अधिकांश इलाकों में तापमान -20 से -30 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसी परिस्‍थ‍िति भी सेना के जवानों के लिए स्‍थानीय भोजन बेहद मददगार साबित हो सकता है। स्‍थानीय लोग भारतीय जवानों के लिए ड्राई फूड्स भेज रहे हैं। 

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