भारत और चीन के बीच चार घंटे तक चली ब्रिगेड कमांडर स्‍तर की बातचीत, नहीं निकला कोई नतीजा

भारत और चीन के बीच चार घंटे तक चली ब्रिगेड कमांडर स्‍तर की बातचीत नहीं निकला कोई नतीजा

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 09 Sep 2020 09:51 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 07:32 AM (IST)
भारत और चीन के बीच चार घंटे तक चली ब्रिगेड कमांडर स्‍तर की बातचीत, नहीं निकला कोई नतीजा
भारत और चीन के बीच चार घंटे तक चली ब्रिगेड कमांडर स्‍तर की बातचीत, नहीं निकला कोई नतीजा

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। पूर्वी लद्दाख में वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control, LAC) जारी तनाव के बीच भारत और चीन के बीच चुसूल में बुधवार को भी ब्रिगेड कमांडर स्‍तर की बातचीत बेनतीजा ही खत्‍म हो गई। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक यह वार्ता सुबह 11 बजे से तीन बजे तक चली। भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोर कमांडर स्तर की बातचीत के लिए दोनों पक्षों ने व्यापक रूप से सहमति जताई है। फ‍िलहाल अभी इस वार्ता की तारीख और इसके एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।

समाचार एजेंसी आइएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दोनों ही देश आगे बातचीत जारी रखेंगे। बता दें कि बीते सात सितंबर को छड़, भाले और रॉड आदि से लैस चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में रेजांग-ला रिज लाइन के मुखपारी क्षेत्र स्थित एक भारतीय ठिकाने की ओर आक्रामक तरीके से बढ़ने का प्रयास किया था और हवा में गोलियां चलाई थीं। सीमा पर जारी तनाव के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 45 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब फायरिंग की घटना हुई। चीन की इस आक्रामकता का भारतीय सेना के जवानों ने दृढ़ता से मुकाबला किया जिससे उन्हें पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा।

यह घटना मॉस्को में भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक के तीन दिन बाद और रूस की राजधानी में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक से पहले हुई है। रूस ने उम्मीद जताई है कि भारत और चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद सुलझा लेंगे। यही नहीं रूस ने दोनों देशों की रजामंदी के बिना मध्यस्थता कराने की बात से भी इनकार कर दिया है। भारत में रूसी दूतावास के उप प्रमुख रोमन बबुश्किन ने मंगलवार को कहा था‍ कि उनकी सरकार बातचीत के जरिए पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच तनाव कम होते हुए देखना चाहती है।

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