देश में टीकाकरण अभियान के लिए कमर्शियल एयरलाइंस और वायु सेना प्रदान करेंगी ट्रांसर्पोटेशन की सुविधा

देश में कोविड -19 टीकाकरण अभियान के लिए भारतीय वायु सेना और कमर्शियल एयरलाइंस का देश भर में दो टीकों सीरम इंस्‍टीट्यूट की कोविशील्‍ड और भारत बायोटेक की कोवैक्‍सीन को वितरित करने के लिए बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 04:01 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 04:10 PM (IST)
देश में टीकाकरण अभियान के लिए कमर्शियल एयरलाइंस और वायु सेना प्रदान करेंगी ट्रांसर्पोटेशन की सुविधा
कोविड -19 टीकाकरण अभियान के लिए भारतीय वायु सेना और कमर्शियल एयरलाइंस

नई दिल्‍ली, एएनआइ। देश में कोविड -19 टीकाकरण अभियान के लिए भारतीय वायु सेना और कमर्शियल एयरलाइंस का देश भर में दो टीकों सीरम इंस्‍टीट्यूट की कोविशील्‍ड और भारत बायोटेक की कोवैक्‍सीन को वितरित करने के लिए बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा। वायु सेना के सी -130 जे और एएन -32 सहित परिवहन विमानों का उपयोग देश के दूरदराज के हिस्सों में टीकों को लेने के लिए करने की योजना है। आपूर्तिकर्ताओं द्वारा विशेष कंटेनरों में टीके प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही है।

सरकारी प्रशासन के अफसरों ने कहा कि परिवहन के दौरान टीके को 24 घंटे की सुरक्षा देते हुए डिलीवरी कर स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को भेजे जाते हैं। अधिकारियों ने कहा कि हवाई मार्ग से परिवहन का बड़ा हिस्सा वाणिज्यिक विमानों द्वारा किया जाएगा। भारतीय वायु सेना भी सैन्य विमानों को वाणिज्यिक विमानों को उधार में देने की सुविधा प्रदान करेगी, जहां वाणिज्यिक विमानों का संचालन नहीं होता है। 

वायु सेना के विमानों का उपयोग अरुणाचल प्रदेश और केंद्रशासित प्रदेश के लद्दाख जैसे राज्यों में दूरदराज के हवाई क्षेत्रों और उन्नत लैंडिंग के टीकों को उड़ाने के लिए किया जाएगा। यदि आवश्यक हो तो योजना के अनुसार, सैन्‍य बल कोरोना वायरस के टीके को दूर-दराज के स्थानों पर ले जाने के लिए अपने हेलीकॉप्टर बेड़े का भी उपयोग करेगा। उन्होंने कहा कि टीकों के परिवहन पर चर्चा अभी जारी है और विवरण को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

पिछले सप्ताह देश के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक के कोवैक्‍सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशिल्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी, कोविशिल्ड वैक्‍सीन को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है।

उधर, दिल्ली में सशस्त्र बलों ने अपने कर्मियों को टीके लगाने के लिए सेना अनुसंधान और रेफरल अस्पताल, बेस अस्पताल, सशस्त्र बल क्लीनिक, वायु सेना केंद्र, सुब्रतो पार्क और वायु सेना स्टेशन, पालम की पहचान की गई है।

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