Hyderabad Encounter: हैदराबाद मुठभेड़ में मानवाधिकार आयोग की जांच दूसरे दिन जारी

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या के चार आरोपितों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की जांच रविवार को लगातार दूसरे दिन जारी रखी।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 08:28 AM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 08:28 AM (IST)
Hyderabad Encounter: हैदराबाद मुठभेड़ में मानवाधिकार आयोग की जांच दूसरे दिन जारी
Hyderabad Encounter: हैदराबाद मुठभेड़ में मानवाधिकार आयोग की जांच दूसरे दिन जारी

हैदराबाद, प्रेट्र: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या के चार आरोपितों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की जांच रविवार को लगातार दूसरे दिन जारी रखी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपितों के परिजनों को नारायणपेट जिले से शहर लाया गया। मानवाधिकार आयोग की टीम ने उनका बयान दर्ज किया। आयोग की टीम ने महिला चिकित्सक के परिजनों से भी बात की। महिला चिकित्सक के पिता ने बताया कि आयोग के दल ने हमारी समस्याओं के बारे में पूछताछ की और पूछा कि घटना कैसे हुई? उन्होंने कहा कि उनके परिवार को एनकाउंटर के बारे में जानकारी टीवी चैनलों से मिली।

इस बीच, महिला चिकित्सक का परिवार जिस कॉलोनी में रहता है, वहां के निवासियों ने आयोग की जांच का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था-वी वांट जस्टिस, रिस्पेक्ट ग‌र्ल्स और सेव ग‌र्ल्स। वे लोग पूछ रहे थे कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसे जिंदा मार देने की जघन्य घटना के 10-12 दिन बाद तक आयोग चुप क्यों था? और अब जब अपराधी मारे गए हैं, तो वे बयान दे रहे हैं कि हम पुलिस को नियंत्रित करने आ रहे हैं। क्या आम लोगों का कोई मानवाधिकार नहीं होता है?

बता दें कि शुक्रवार तड़के हुई मुठभेड़ को लेकर पुलिस की कार्रवाई के बारे में बहस छिड़ने के एक दिन बाद आयोग ने तथ्य का पता लगाने के लिए एक टीम भेजी थी। टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल के का दौरा किया था, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद चारों आरोपितों के शवों को रखा गया है। आयोग की टीम में फॉरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

चारों आरोपितों के शवों का महबूबनगर के सरकारी जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया है और उसकी वीडियोग्राफी की गई। तेलंगाना हाई कोर्ट ने शुक्रवार को सरकार को निर्देश दिया था कि वह चारों आरोपितों के शवों को नौ दिसंबर की रात आठ बजे तक सुरक्षित रखे। अदालत सोमवार को मामले की सुनवाई करेगी।

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