मुंबई और उत्तराखंड में आफत बनी बरसात, दो की मौत

बेतहाशा बरसात से मुंबई और उसके उपनगरों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। मूसलाधार बारिश से सड़कों पर जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन थम गया है। हवाई सफर से लेकर सेंट्रल रेलवे और लोकल ट्रेनों की सेवा भी बंद करनी पड़ीं। एक ही दिन में दस दिन जितनी रिकार्ड

By Sudhir JhaEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2015 07:57 AM (IST) Updated:Sat, 20 Jun 2015 02:57 PM (IST)
मुंबई और उत्तराखंड में आफत बनी बरसात, दो की मौत

जागरण न्यूज नेटवर्क, मुंबई/बागेश्वर। बेतहाशा बरसात से मुंबई और उसके उपनगरों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। मूसलाधार बारिश से सड़कों पर जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन थम गया है। वहीं, बागेश्वर में कल रात हुई मूसलाधार बारिश से घरों में पानी घुस गया। मंडलसेरा गांव मे नाला डायवटॅ होने से अफरा तफरी मच गई। पानी जमा होने से मकानों को खतरा होने की संभावना है। इसे देखते हुए लोगों ने अपने घरों से भाग कर जान बचाई। शहर के कई इलाकों में ऐसा ही हाल है। जिला प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए हैं। वहीं, मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ का रास्ता दो घंटों के लिए रोका दिया गया। रुद्र प्रयाग और चमोली में बारिश से जनजीवन अस्तवयस्त है।

मुंबई में हवाई सफर से लेकर सेंट्रल रेलवे और लोकल ट्रेनों की सेवा भी बंद करनी पड़ीं। एक ही दिन में दस दिन जितनी रिकार्ड बारिश होने के बीच हाई टाइड का खतरा भी मंडरा रहा है। शनिवार और रविवार को मौसम ऐसा ही रहने की चेतावनी जारी हुई है। सरकार ने एनडीआरएफ से लेकर फायर ब्रिगेड, मुंबई पुलिस होमगार्ड, टेरीटोरियल आर्मी और नौसेना को भी आवश्कता पड़ने पर हर मदद के लिए तैयार रहने को कहा है।

गुरुवार रात से लगातार बारिश ने शुक्रवार होते ही लोगों को मुंबई में एक बार फिर 2005 के जुलाई महीने की आपदा की याद दिला दी। मौसम जानलेवा साबित होने लगा है। मुंबई के वडाला इलाके में बारिश के दौरान जलमग्न रास्ते में बिजली का जिंदा तार छू जाने से रंजीत गुप्ता (60) और गौरव कार्निक (5) की मौत हो गई। कई अन्य इलाकों में मेनहोल खुले होने से कुछ हादसे हुए।

मुंबई में लगातार बारिश से दादर, घाटकोपर, सायन जैसे 21 निचले इलाकों में पानी भरा है। यहां सभी जगह पानी घरों में कमर तक आ गया। सड़कों पर पानी में नदी जैसा बहाव है। प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए नावें चलाई हैं। रेल सेवा ठप पडऩे से हजारों की तादाद में लोग रास्ते में फंसे रह गए। देर शाम तक सेंट्रल रेलवे ने तब तक करीब 100-200 लोगों के बोगियों में सुबह से ही भूखे-प्यासे फंसे रह जाने की जानकारी दी।

उनके लिए खाने के पैकेट भेजे गए। रेल विभाग ने ट्रैक पर खड़ी ट्रेनों का ब्योरा देते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए। उनकी मदद को आगे आने के लिए गैर सरकारी संगठनों से अपील की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु हालात पर लगातार नजर रखे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है।

24 घंटे में 283 मिमी बारिश :
शुक्रवार को 24 घंटे में ही 283 मिली मीटर अप्रत्याशित बारिश हुई। सामान्यत: इतनी बारिश दस दिन में होती है। मानसून आने के एक हफ्ते में 537 मिमी वर्षा हो चुकी है। यह जून माह में हमेशा होने वाली औसत वर्षा 523 मिमी से अधिक है। मीठी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 4.37 मीटर की हाईटाइड की चेतावनी भी जारी की गई थी।

और दो दिन जारी रहेगी बारिश :
मुंबई में मौसम विभाग के निदेशक वीके राजीव के अनुसार मुंबई, तटीय कोंकण इलाके और महाराष्ट्र के कई अन्य शहरों में शनिवार और रविवार को भी जमकर बारिश होगी। समुद्र हाई टाइड के कारण विकराल रूप लेगा और तेज हवाएं भी चलेंगी।

महाराष्ट्र में कई जगह तेज बारिश :
मुंबई व आसपास के ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुगढ़ में भी मूसलाधार बारिश के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पुणे, सतारा, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नासिक और अन्य शहरों में भी अनवरत तेज बारिश हो रही है। यहां के कई गांवों और शहरों में बाढ़ के हालात हैं।

कोर्ट से लेकर कालेज तक बंद :
कई स्थानों पर बिजली काट दी गई है। स्कूल, कालेजों के साथ ही बांबे हाईकोर्ट और अन्य अदालतें भी बंद हो गई हैं। मुंबई विश्वविद्यालय की परीक्षा टाल दी गई। शिवसेना का स्वर्णजयंती समारोह रद्द हो गया। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार एवं कांग्रेस की प्रेस वार्ता भी रद्द करनी पड़ी।

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