न्यूयार्क टाइम्स के लेख पर सरकार को कड़ी आपत्ति, आर्टिकल में उठाए गए मुद्दों को औचित्यहीन और तथ्यों से परे बताया

प्रेस कान्फेंस में एक सवाल के जवाब में आइसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा कि न्यूयार्क टाइम्स का लेख आपत्तिजनक है। हमारा टीकाकरण उत्कृष्ट है और यह लेख लोगों का ध्यान भटका रहा है। लेख में उठाए गए सभी मुद्दे औचित्यहीन और ध्यान देने योग्य नहीं हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 09:54 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 09:54 PM (IST)
न्यूयार्क टाइम्स के लेख पर सरकार को कड़ी आपत्ति, आर्टिकल में उठाए गए मुद्दों को औचित्यहीन और तथ्यों से परे बताया
आइसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा यह लेख लोगों का ध्यान भटका रहा है

नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना से निपटने में जी जान से जुटी सरकार के बारे न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित एक आलोचनात्मक लेख पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। सरकार ने कहा भारत में कोरोना से निपटने के तौर-तरीकों पर न्यूयार्क टाइम्स में हाल में जो लेख छपा है, वह उत्तेजक और ध्यान भटकाने वाला है। यह लेख ऐसे समय आया है, जब देश महामारी से निपटने में अच्छा काम कर रहा है।

उल्लेखनीय है इस लेख में दावा किया गया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने एक आसन्न संकट के बावजूद अपने निष्कर्षो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशावादी कथन के अनुरूप ढाला है।

प्रेस कान्फेंस में एक सवाल के जवाब में, आइसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा कि न्यूयार्क टाइम्स का लेख आपत्तिजनक है। हमारा टीकाकरण उत्कृष्ट है और यह लेख लोगों का ध्यान भटका रहा है। लेख में उठाए गए सभी मुद्दे औचित्यहीन और ध्यान देने योग्य नहीं हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें पूरी ताकत से महामारी से जूझ रही हैं। हमारी सारी ऊर्जा और समय उसी के लिए समर्पित है।

वास्तविक संदर्भ से परे इस प्रकार की विकृत रिपोर्टिंग की निंदा करते हैं: डाक्टर वीके पाल

उन्होंने कहा कि हम पत्रकारिता और संपादकीय स्वतंत्रता को बहुत महत्व देते हैं। लेकिन हम उन चीजों से विचलित नहीं हो सकते जिनका निपटारा बाद में किया जा सके। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल ने भी लेख की निंदा की। उन्होंने कहा कि हम वास्तविक संदर्भ से परे इस प्रकार की विकृत रिपोर्टिंग की निंदा करते हैं। यह वांछनीय नहीं है और ऐसा नहीं होना चाहिए।

यह भी पढ़ें: बाइडन को लेकर इमरान खान का छलका दर्द, कहा- राष्ट्रपति बनने के बाद नहीं किया एक फोन

chat bot
आपका साथी