सरकार ने कहा- गुजरात के मछुआरों को चक्रवात से बचाएगा अर्ली वार्निग सिस्टम

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का कहना है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में मछुआरा समुदाय हैं। इन लोगों को समय पर चक्रवात की सूचना मिलने से जानमाल का खतरा कम होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 08:49 PM (IST) Updated:Tue, 03 Sep 2019 08:49 PM (IST)
सरकार ने कहा- गुजरात के मछुआरों को चक्रवात से बचाएगा अर्ली वार्निग सिस्टम
सरकार ने कहा- गुजरात के मछुआरों को चक्रवात से बचाएगा अर्ली वार्निग सिस्टम
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात के समुद्री किनारों पर चक्रवात और सुनामी आने से पहले लोगों को चेतावनी देने के लिए गुजरात सरकार अर्ली वॉर्निंग डिसिमिनेशन सिस्टम लगाएगी। सरकार ने इसके लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को मंजूरी दे दी है।

दरअसल, गुजरात में सबसे लंबा करीब 1600 किलोमीटर का समुद्री किनारा है, जिसके चलते चक्रवात और सुनामी आने की आशंकाएं बनी रहती हैं। लोगों को ऐसी प्राकृतिक आपदा से बचाने तथा समय रहते उनको सावधान करने के लिए सरकार समुद्री किनारों पर 45 करोड़ की लागत से अर्ली वॉर्निंग डिसिमिनेशन सिस्टरम लगाएगी।

प्रदेश सरकार इस प्रणाली की स्थापना के अगले पांच साल तक इसके रखरखाव के लिए बजट में 20 करोड़ रुपये का प्रावधान करेगी।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का कहना है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में मछुआरा समुदाय हैं। इन परिवारों के लोग कई-कई दिन तक समुद्र में रहते हैं। ऐसे में इन लोगों को समय पर चक्रवात की सूचना मिलने से जानमाल का खतरा कम होगा।

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