दिल्ली को जाम मुक्त करने की परियोजनाओं ने पकड़ी रफ्तार

यह नेशनल हाईवे-1 के समांतर चलेगी। जबकि दिल्ली-रेवाड़ी-अलवर आरआरटीएस का निर्माण 37,000 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं।

By Manish NegiEdited By: Publish:Mon, 24 Jul 2017 09:13 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jul 2017 09:13 PM (IST)
दिल्ली को जाम मुक्त करने की परियोजनाओं ने पकड़ी रफ्तार
दिल्ली को जाम मुक्त करने की परियोजनाओं ने पकड़ी रफ्तार

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राजधानी को जाम से निजात दिलाने के लिए सरकार कई परियोजनाओं पर काम कर रही है। इनके तहत जहां दिल्ली से पानीपत और दिल्ली से अलवर के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का निर्माण होगा। वहीं दिल्ली से गुड़गांव के बीच मेट्रीनो प्रोजेक्ट को भी अगले पंद्रह दिनों में मंजूरी मिलने की संभावना है। इसके अलावा पांच एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर भी तेजी से काम हो रहा है। दिल्ली-सोनीपत-पानीपत आरआरटीएस पर 16,500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। यह नेशनल हाईवे-1 के समांतर चलेगी। जबकि दिल्ली-रेवाड़ी-अलवर आरआरटीएस का निर्माण 37,000 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। इसका कार्यान्वयन नेशनल हाईवे-8 के समांतर होगा।

इन दोनों परियोजनाओं के बारे में एनएचएआइ की केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के साथ सहमति बन गई है। इन परियोजनाओं का मकसद दिल्ली के ट्रैफिक को आसपास के इलाकों में वितरित करना है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) इन परियोजनाओं के रूट के बारे में पहले ही सर्वेक्षण करा चुका है। सर्वेक्षण से पता चला कि इन परियोजनाओं को एनएच-1 और एनएच-8 के समांतर निर्मित करने से समय तथा लागत की काफी बचत होगी। अब एनएचएआइ और एनसीआरटीसी मिलकर परियोजना के कार्यान्वयन की रूपरेखा तैयार करेंगे। परियोजना से संबंधित सक्षमता रिपोर्ट एक महीने में तैयार होने की संभावना है। परियोजना की लागत का कुछ हिस्सा दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा वहन किया जाएगा।

दिल्ली को जाम से मुक्त करने के लिए सड़क मंत्रालय भी काम कर रहा है। इसके लिए उसने पांच एक्सप्रेसवे के अलावा दिल्ली-गुड़गांव के बीच मेट्रीनो प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने की रूपरेखा तैयार की है। इसे अगले पंद्रह दिनों में मंजूरी मिलने की संभावना है। पांच एक्सप्रेसवे में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का 80 फीसद से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। जबकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे निजामुद्दीन-यूपी बार्डर तक के पहले चरण पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। इसके यूपी बार्डर से डासना तक के दूसरे चरण का निर्माण बरसात के बाद शुरू होने की संभावना है। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के एलाइनमेंट को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है। दिल्ली-अमृतसर-जम्मू-कटराएक्सप्रेसवे की डीपीआर तैयार हो रही है।

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