जनरल रावत ने कहा- भारत पर साइबर हमला करने में सक्षम है चीन, देश के नेतृत्व ने दिखाई राजनीतिक इच्छाशक्ति

सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा कि चीन भारत के खिलाफ साइबर हमला करने में सक्षम है और तकनीक के मामले में दोनों देशों की क्षमताओं में अंतर है। चीन बड़ी संख्या में हमारे सिस्टम्स को बाधित कर सकता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 11:58 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 12:45 AM (IST)
जनरल रावत ने कहा- भारत पर साइबर हमला करने में सक्षम है चीन, देश के नेतृत्व ने दिखाई राजनीतिक इच्छाशक्ति
राष्ट्रीय हित कायम रखने में देश के नेतृत्व ने दिखाई राजनीतिक इच्छाशक्ति।

नई दिल्ली, प्रेट्र। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि चीन भारत के खिलाफ साइबर हमला करने में सक्षम है और तकनीक के मामले में दोनों देशों की क्षमताओं में अंतर है। चीन बड़ी संख्या में हमारे सिस्टम्स को बाधित कर सकता है और हम ऐसी प्रणाली विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं जो साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

जनरल रावत ने कहा- अहम राष्ट्रीय हित कायम रखने में देश के नेतृत्व ने दिखाई राजनीतिक इच्छाशक्ति

विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में एक संबोधन में जनरल रावत ने कहा कि देश की सुरक्षा और गरिमा पर अकारण हमले के मद्देनजर अहम राष्ट्रीय हितों को बरकरार रखने में देश के नेतृत्व ने राजनीतिक इच्छाशक्ति और दृढ़ निश्चय प्रदर्शित किया है। उनकी इस टिप्पणी को पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है।

जनरल रावत ने कहा- भारत पर साइबर हमला करने में सक्षम है चीन

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत-चीन के बीच सबसे बड़ा अंतर साइबर क्षेत्र में है क्योंकि पड़ोसी देश ने नई तकनीकों पर काफी निवेश किया है। कई वर्षो में क्षमता का यह अंतर पैदा हुआ है और तकनीक के मामले में चीन भारत से कहीं आगे है।

रावत ने कहा- भारत कई तरह की सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा

रावत ने कहा कि देश विभिन्न और कई तरह की सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है। इनमें प्रोक्सी (छद्म) और हाइब्रिड वार (मिश्रित युद्ध) से लेकर नान-कांटेक्ट कंवेंशनल वार (संपर्क रहित पारंपरिक युद्ध) शामिल हैं। देश को अपने मित्रों में असुरक्षा की भावना पैदा किए बिना ऐसी चुनौतियों से दृढ़ता और मजबूती से निपटने की क्षमता विकसित करनी होगी।

जनरल रावत ने कहा- सुरक्षा मसलों के हल के लिए पश्चिमी दुनिया की ओर देखना छोड़ना होगा

भारतीय सेना के क्रमिक विकास का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षा मसलों के हल के लिए पश्चिमी दुनिया की ओर देखने का लोभ छोड़ना चाहिए और दुनिया से कहना चाहिए कि वे आएं और विभिन्न चुनौतियों से निपटने के विशाल अनुभवों से सीखें।

सीडीएस ने कहा- आंतरिक स्थायित्व के लिए कुशल कानून-व्यवस्था, आर्थिक वृद्धि आवश्यक

सीडीएस ने कहा कि देश के बाहरी खतरों से प्रभावी कूटनीति और रक्षा क्षमता से निपटा जा सकता है, लेकिन आंतरिक स्थायित्व के लिए मजबूत राजनीतिक संस्थाएं, आर्थिक वृद्धि, सामाजिक सद्भाव, कुशल कानून-व्यवस्था प्रणाली, त्वरित न्याय और अच्छा प्रशासन आवश्यक है।

रावत ने सीडीएस प्रणाली पर उपजी आशंकाओं को किया खारिज

देश में सीडीएस प्रणाली को क्रांतिकारी बताते हुए रावत ने उन आशंकाओं को खारिज कर दिया कि थियेटर कमांडों के सृजन से सेना का एक अंग बाकी दो पर हावी हो जाएगा। उन्होंने ऐसी चिंताओं को गलत करार दिया।

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