Gas leak In Assam: असम में कोरोना संकट और बाढ़ के बाद गैस लीक, जांच के लिए विशेषज्ञ समिति गठन के आदेश

27 मई को तिनसुकिया जिले के बागजान इलाके में एक तेल के कुएं से गैस रिसाव की घटना पर जांच तेज हो। निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाए।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:43 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 07:55 AM (IST)
Gas leak In Assam: असम में कोरोना संकट और बाढ़ के बाद गैस लीक, जांच के लिए विशेषज्ञ समिति गठन के आदेश
Gas leak In Assam: असम में कोरोना संकट और बाढ़ के बाद गैस लीक, जांच के लिए विशेषज्ञ समिति गठन के आदेश

दिसपुर, एएनआइ।असम में कोरोना संकट और बाढ़ के बाद हुई गैस रिसाव ने लोगों के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। अब इस हादसे में असम वन विभाग के पीआरओ सेलन पांडे अलर्ट हो गए हैं। उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिए है कि 27 मई को तिनसुकिया जिले के बागजान इलाके में एक तेल के कुएं से गैस रिसाव की घटना पर जांच तेज हो। निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन की जाए, जो इस मामले पर आवश्यक कार्रवाई के लिए उपाय सुझाए। 

विस्फोट से हुआ हादसा

असम के तिनसुकिया के बागजान गांव में स्थित इस प्लांट में 27 मई को विस्फोट हो गया था, जिसके बाद इस कुएं से रिसाव होने लगा। इस बाद कुएं के दायरे में रहने वाले कम से दो हजार लोगों को यहां से हटाया गया। सभी लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है। यहां पर राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिसाव पर छह दिन में भी काबू नहीं पाया गया। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिसाव से कोई भी रसायन नहीं निकल है। तो ऐसे में किसी के भी बीमार पड़ने की आंशंका नहीं है। हालांकि पर्यावरण पर इसके बुरा प्रभाव पड़ सकता है। बता दें कि ब्लोआउट वह स्थिति होती है जिसमें तेल और गैस क्षेत्र में कुएं के अंदर दबाव अधिक हो जाता है। ऐसे में अचानक विस्फोट के साथ कच्चा तेलया प्राकृतिक गैस बाहर निकलने लगती है। इससे पहले 2005 में डिब्रूगढ़ के डिकोम में एक बड़ा  ब्लोआउट हुआ था, जिसे 45 दिनों के बाद बंद  किया गया था। 

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