भाजपा नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने सीबीआइ को उतारा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सीबीआइ के दुरुपयोग को लेकर उठते रहे सवालों के बीच राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लंबी चिट्ठी लिखकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ झूठा अभियान चलाने का आरोप जड़ दिया। पंद्रह पन्नों के पत्र में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता जांच अधिकारियों को मिलाकर यह षड्यंत्र रच रहे हैं। लि

By Edited By: Publish:Wed, 02 Oct 2013 12:13 AM (IST) Updated:Wed, 02 Oct 2013 12:15 AM (IST)
भाजपा नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने सीबीआइ को उतारा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सीबीआइ के दुरुपयोग को लेकर उठते रहे सवालों के बीच राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लंबी चिट्ठी लिखकर नरेंद्र मोदी के खिलाफ झूठा अभियान चलाने का आरोप जड़ दिया। पंद्रह पन्नों के पत्र में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता जांच अधिकारियों को मिलाकर यह षड्यंत्र रच रहे हैं। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से इसकी जांच करानी चाहिए। पत्र पहले ही लिखा गया था लेकिन प्रधानमंत्री के विदेश में होने के कारण इसे अब सार्वजनिक किया गया है।

भाजपा के पीएम उम्मीदवार मोदी ने सोमवार को सीबीआइ पर सवाल उठाया था। उससे पहले ही जेटली ने 27 सितंबर को लिखे पत्र में बिंदुवार सोहराबुद्दीन, तुलसी प्रजापति, इशरत जहां मुठभेड़ मामले की जांच का हवाला दिया और कहा कि गलत तरीके से मोदी और अमित शाह का नाम लपेटने की कोशिश हो रही है। डीजी वंजारा और संजीव भंट्ट जैसे अधिकारियों को मोहरा बनाया जा रहा है। संजीव भंट्ट तो कांग्रेस के लिए इतने अहम हो गए कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ भंट्ट की पत्नी को टिकट दे दिया था। पूरे खेल में कांग्रेस और जांच एजेंसियों के कुछ अधिकारी शामिल हैं। जेटली ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय में सलाहकार बनाए गए पूर्व आइपीएस अधिकारी पूरे षड्यंत्र मे संयोजक की तरह काम कर रहे हैं। वह जेल में बंद पुलिस अधिकारियों और उनके परिवारों से संबंध स्थापित करते हैं। उसी तरह कांग्रेस नेताओं के इशारे पर ही जांच अधिकारियों को अवकाश प्राप्ति के बाद अच्छे पद देने का लोभ दिया जाता है। पूरी कोशिश यह है कि किसी भी तरह भाजपा और संघ के प्रमुख नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जाए। जेटली ने इसकी भी याद दिला दी कि सीबीआइ के दो और एनआइए के एक पूर्व निदेशक को अवकाश के बाद पद देने का प्रस्ताव दिया गया था।

जेटली ने अजमेर ब्लास्ट केस में फंसे भावेश पटेल के हालिया बयान का जिक्र करते हुए मनमोहन से कहा कि उसने भी कांग्रेस नेताओं का नाम लेकर आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री को कर्तव्य की याद दिलाते हुए जेटली ने कहा कि अगर इस तरह के षडयंत्र पर रोक नहीं लगी तो लोकतंत्र पर खतरा हो सकता है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की।

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