केरल में अनोखी मस्जिद, यहां माइक नहीं, इशारों से पढ़ाई जाएगी जुमे की नमाज

भारत में पहली बार अनोखे मस्‍जिद की शुरुआत की गयी है जो खासकर दिव्‍यांगों के लिए है। यहां नमाज व उपदेश इशारों में पढ़ाई जाएगी।

By Monika minalEdited By: Publish:Tue, 23 May 2017 09:56 AM (IST) Updated:Tue, 23 May 2017 10:46 AM (IST)
केरल में अनोखी मस्जिद, यहां माइक नहीं, इशारों से पढ़ाई जाएगी जुमे की नमाज
केरल में अनोखी मस्जिद, यहां माइक नहीं, इशारों से पढ़ाई जाएगी जुमे की नमाज

मालाप्‍पुरम (जेएनएन)। कुछ दिनों में मुसलमान श्रद्धालुओं के लिए रमजान का पाक महीना शुरू होने वाला है। इसे देखते हुए सोमवार को मालाप्‍पुरम के पुलिक्‍कल में मस्‍जिद अल-रहमा का उद्घाटन किया गया। इस नए मस्‍जिद की अपनी विशेषता होगी, जो दिव्‍यांगों के लिए खास है। यहां नमाज-उपदेश इशारों के जरिए पढ़ाई जाएगी।

इशारों में होगी नमाज

इशारों की मदद से नमाज पढ़ाने की कोशिश दिव्‍यांगों के लिए की जा रही। जुमे (शुक्रवार) की नमाज पढ़ाए जाने से पहले मस्जिद में उपदेश दिया जाता है। हर शुक्रवार को होने वाली नमाज में मस्जिद के इमाम या मौलवी, नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा हुए लोगों को उपदेश देते हैं। इस मौके पर इमाम कुरान की बातों को ही अपने उपदेश का हिस्सा बनाते हैं या यूं कहें कि कुरान का मेसेज लोगों को दिया जाता है।

5 एकड़ में बना है मस्‍जिद

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार इशारों से उपदेश और नमाज पढ़ाने का काम एलसीडी स्क्रीन की मदद से होगा। यह मस्जिद 5 एकड़ तक फैला है जिसमें में एक बार में लगभग 500 से ज्यादा लोग नमाज पढ़ सकेंगे। इसके अलावा चलने में असमर्थ लोगों की सुविधा के लिए मस्जिद के तमाम टॉयलेट में आर्म रेस्ट और रैंप्स बनाए गए हैं और व्‍हीलचेयर की सुविधा भी उपलब्‍ध है।

मुजाहिद ग्रुप के एनजीओ ने बनवाया यह मस्‍जिद

इस खास मस्जिद को बनवाने का काम एनजीओ एबिलिटी फाउंडेशन ने किया है। यह एक गैर-सरकारी चैरिटेबल संस्था है जो मुजाहिद ग्रुप का हिस्सा है। फाउंडेशन के चेयरमैन मुस्तफा मदनी का दावा है कि उनके एनजीओ में लगभग 300 दिव्यांग छात्र पढ़ते हैं। इनमें से लगभग 200 छात्र सुनने में असमर्थ हैं। ऐसे में कई बार छात्र नमाज में चाहते हुए भी शामिल नहीं हो पाते। इसलिए ही मदनी ने मस्जिद में इशारों की मदद से नमाज और उपदेश की शुरुआत का सोचा।

75 लाख की लागत में बना मस्‍जिद

अक्‍टूबर 2016 में इस मस्‍जिद के लिए निर्माण कार्य शुरू हुआ था जो अब जाकर पूरा हुआ है। इसमें करीब 75 लाख की रकम खर्च की गयी। इसका उद्घाटन केरला जामियाथुल उलेमा के अध्‍यक्ष सीपी उमर सुल्‍लमी ने किया। इस मौके पर कई मुस्‍लिम धर्मगुरु उपस्‍थित थे।

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