शिशुभवन में अब तक 53 शिशुओं की मौत, स्वास्थ्य मंत्रालय भेजेगा टीम

ओडिशा के कटक स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ पेडियाट्रिक सेंटर में शनिवार को पांच और शिशुओं की मौत हो जाने के बाद पिछले 11 दिनों में यहां मरने वाले शिशुओं की संख्या 53 तक पहुंच गई। सरकार द्वारा जांच व कमेटी बैठायी जा रही है लेकिन चाहे

By anand rajEdited By: Publish:Mon, 31 Aug 2015 11:11 AM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2015 02:56 AM (IST)
शिशुभवन में अब तक 53 शिशुओं की मौत, स्वास्थ्य मंत्रालय भेजेगा टीम

कटक। ओडिशा के कटक स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ पेडियाट्रिक सेंटर में शनिवार को पांच और शिशुओं की मौत हो जाने के बाद पिछले 11 दिनों में यहां मरने वाले शिशुओं की संख्या 53 तक पहुंच गई। सरकार द्वारा जांच व कमेटी बैठायी जा रही है लेकिन चाहे जो कुछ भी हो इसे तो स्वास्थ्य विभाग की विफलता ही कहेंगे कि बच्चों की मौत थमने का नाम नही ले रही है। पुरी, नयागढ़, डुबुरी, गजाम आदि इलाकों से इलाज के लिए आए बच्चों ने जान गंवाई है।

इस संस्थान को 'शिशु भवन' के नाम से भी बुलाया जाता है। इतनी बड़ी संख्या में शिशुओं की मौत से लोगों में काफी नाराजगी है। राज्य सरकार यहां अनुभवी डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों की तैनाती कर हालात पर काबू पाने की कोशिश में जुटी है।

शिशुभवन में हो रही बच्चों की मौत मामले में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शिशुभवन जाकर वस्तुस्थिति से अवगत हुए और अधीक्षक से हालात के बारे मे जानकारी ली। मंत्री ने शिशुभवन जाकर वहां की स्थिति का जायजा लेने के साथ मरीजों के अभिभावकों, शिशुभवन के डॉक्टरों व अधीक्षक से बात की।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री प्रधान के दौरे के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कनक वर्धन सिंहदेव, बसत पडा, समीर डे, नयन किशोर महती, विजय महापात्र, विनोद दास समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल थे। इस दौरान भाजपा नेता शिशुभवन की व्यवस्था से असंतुष्ट दिखे। नेताओं ने व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रधान से कहे। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार किसी भी तरह की मदद मांगेगी तो केंद्र सरकार निश्चित तौर पर हर तरह की मदद राज्य को पहुंचाएगी। हालांकि स्थिति को लेकर सभी ने असंतोष जाहिर किया।

इस दौरे के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भी शिशुभवन के दौरे पर पहुंची। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव अरुण पडा की अगुवाई मे तीन डॉक्टरों की टीम शिशु भवन जाकर वहां की स्थिति से अवगत हुई। इस दौरे मे सफदरजंग अस्पताल के डॉ अजय कुमार, लेडी हार्डिंग वुमेन कॉलेज के प्रो.श्रीकात बसु, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रो. डॉ. दीवान ने यहां कि स्थिति का जायजा लेने के बाद पुरानी रिपोर्ट को गौर से देखा। बाद में उन्होंने शिशुभवन के अधीक्षक से विस्तार से चर्चा की।

ठीक इसी तरह हाईकोर्ट की कमेटी ने शिशु भवन मे जाकर स्थिति का जायजा लिया। कमेटी के प्रमुख अशोक कुमार महापात्र की अगुआई में 11 सदस्यों वाली टीम ने स्थिति का जायजा लेने के साथ यहां की स्थित में और सुधार लाने की जरूरत की बात कही। यह टीम एक रिपोर्ट तैयार कर हाईकोर्ट को सौंपेगी।

टीम भेजेगा स्वास्थ्य मंत्रालय

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ओडिशा में बच्चों के एक अस्पताल में 10 दिन के भीतर 50 से अधिक शिशुओं की मौत के कारण की पड़ताल और सहयोग के लिए बाल रोग चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों की एक टीम भेजने का फैसला किया है।

यह टीम तात्कालिक और दीर्घकालिक उपाय भी सुझाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने मंत्रालय को निर्देश दिया कि वह विशेषज्ञों की टीम भेजे ताकि राज्य में बच्चों के गंभीर मामलों को संभालने में मदद की जा सके। केंद्र सरकार की ओर से यह फैसला उस वक्त किया गया है जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अरूण पांडा के नेतृत्व में बाल रोग चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों की एक टीम ने 29 अगस्त को राज्य का दौरा किया और उन बच्चों के मामलों के बारे में अधिकारियों के साथ चर्चा की जिनकी 21 से 26 अगस्त के बीच मौत हो गई थी।

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