भारतीय छात्रों की पहुंच में होगी अब पूरी दुनिया, 60 देशों के 800 प्रोफेसर आएंगे भारत

उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता को विश्वस्तरीय बनाने में जुटी सरकार की इस पहल को इसी अभियान से जोड़कर देखा जा रहे है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 31 May 2018 08:31 PM (IST) Updated:Thu, 31 May 2018 08:31 PM (IST)
भारतीय छात्रों की पहुंच में होगी अब पूरी दुनिया, 60 देशों के 800 प्रोफेसर आएंगे भारत
भारतीय छात्रों की पहुंच में होगी अब पूरी दुनिया, 60 देशों के 800 प्रोफेसर आएंगे भारत

नई दिल्ली, अरविंद पांडेय। भारतीय छात्रों के ज्ञान का दायरा अब बढ़ेगा। वह पूरी दुनिया से रूबरू होंगे। उन्हें पढ़ाने के लिए इस साल 60 देशों के आठ सौ से ज्यादा प्रोफेसर भारत आएंगे। जो देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद संस्थानों में अलग-अलग विषयों की क्लास लेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि उनके देश में इन विषयों की पढ़ाई किस तरह से होती है। संस्थानों का यह चयन उनकी ओर से की गई मांग के आधार पर किया गया है।

इसके अलावा विदेशी संस्थानों की ओर से भारतीय छात्रों के लिए आनलाइन क्लास भी आयोजित की जाएगी। यह क्लास स्वयं पोर्टल के लिए ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए विशेष रूप से आयोजित होगी। उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता को विश्वस्तरीय बनाने में जुटी सरकार की इस पहल को इसी अभियान से जोड़कर देखा जा रहे है। इसके तहत ग्लोबल इनीसिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क (ज्ञान) योजना भी शुरू की गई है।

इसके तहत सरकार ने वर्ष 2018-19 के लिए विदेशी प्रोफेसरों से आवेदन मांगे थे। यह आवेदन संस्थान और विषयवार मांगे गए थे। इनमें मेडिकल, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, बायो टेक्नालॉजी सहित ऐसे विषयों को शामिल किया गया था, जिन्हें पढ़ने के लिए मौजूदा समय में बड़ी संख्या भारतीय छात्र हर साल विदेशी संस्थानों की ओर रूख करते है। जिन देशों के सबसे ज्यादा प्रोफेसरों ने इन योजना को लेकर उत्साह जताया है, उनमें अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जापान, कनाड़ा, इटली, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन आदि देश शामिल है। मंत्रालय का मानना है कि इस तरह के शैक्षणिक विचार-विमर्श प्रोग्राम से भारतीय छात्र को दुनिया को समझने का मौका मिलेगा। साथ ही संबंधित विषयों को दुनिया में मौजूद ज्ञान से भी परिचित होंगे।

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