देश के आठ समुद्री तटों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग का दर्जा, चार सालों में 100 और तटों को चमकाने का लक्ष्य

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को विश्व कोस्टल दिवस पर इसकी घोषणा की। यह दिवस फिलहाल दुनिया के सौ देशों में मनाया जाता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 09:28 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 09:28 PM (IST)
देश के आठ समुद्री तटों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग का दर्जा, चार सालों में 100 और तटों को चमकाने का लक्ष्य
देश के आठ समुद्री तटों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग का दर्जा, चार सालों में 100 और तटों को चमकाने का लक्ष्य

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। समुद्री तटों को पर्यावरण के लिहाज से स्वच्छ और सुरक्षित बनाने को लेकर छिड़ी मुहिम के बीच पर्यावरण मंत्रालय ने देश के आठ समुद्री तटों को अंतरराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग के दर्जे में शामिल करने की सिफारिश की है। यह दर्जा उन्हीं समुद्री तटों को मिलता है, जो साफ-सुथरे होने के साथ हर तरह से सुरक्षित होते है। साथ ही उनका रखरखाव और प्रबंधन भी बेहतर होता है।

जिनकी सिफारिश की गई है, उनमें गुजरात के शिवराजपुर, ओडिशा का गोल्डन तट, केरल का कप्पड़, आंध्र प्रदेश का रुशीकोंडा, कर्नाटक का पदुबिद्री और कसरकोद के साथ अंडमान एवं निकोबार और दमन-दीव के एक-एक तट है। अब तक देश के एक भी तट को यह दर्जा प्राप्त नहीं है।

दुनिया के सौ देशो में मनाया जाता है विश्व कोस्टल दिवस

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को विश्व कोस्टल दिवस पर इसकी घोषणा की। यह दिवस फिलहाल दुनिया के सौ देशों में मनाया जाता है। पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक देश भर में समुद्री तटों को स्वच्छ रखने की मुहिम तेज की गई है। आने वाले चार सालों में देश के करीब सौ समुद्री तटों को भी चमकाया जाएगा। जहां स्वच्छता और प्रंबधन को लेकर विशेष मुहिम चलाई जाएगी। मंत्रालय इन सभी समुद्री तटों को राज्य सरकारों के साथ मिलकर संवारने की योजना पर काम कर रही है।

वायु प्रदूषण कम करने पर भी जोर

वहीं, दूसरी ओर हाल ही में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा था कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का अधिक उपयोग करना चाहिए। उन्होंने राज्यों से अपने शहरों में प्रदूषण को कम करने की विशिष्ट योजनाओं के साथ आगे आने का आग्रह किया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि राज्यों को स्वच्छ ईंधन का उपयोग करने पर जोर देना चाहिए। यातायात को आसान बनाने के लिए अच्छी सड़कों के निर्माण पर भी ध्यान देना चाहिए।

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