Dharwad Building Collapse: 72 घंटों से बचाव कार्य जारी, अब तक 15 की मौत
हादसे के 72 घंटे के बाद भी एनडीआरएफ का टीम राहत बचाव कार्य में लगी हुई है। निर्माणधीन इमारत गिरने से मरने वालों कीीसंख्या बढ़ती जा रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कर्नाटक के धारवाड़ में निर्माणाधीन इमारत गिरने के 72 घंटे बाद भी राहत बचाव कार्य जारी है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 15 हो गई है। हादसे के बाद से लगातार एनडीआरएफ राहत बचाव का कार्य में लगी हुई है। हादसे के 72 घंटों के बाद भी इमारत का मलबी पूरी तरह से हटाया नहीं जा सका है।
बता दें कि बुधवार को हुए हादसे में इमारत के मालिकों व इंजीनियर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इमारत के मालिक रवि बसवराज सबरद, बसवराज डी निगाड़ी, गंगप्पा एस शिनत्री, महाबलेश्वर पुरदुगुड़ी और इंजीनियर विवेक पवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। शुक्रवार को इमारत के सभी चार मालिकों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और इंजीनियर पवार को भी पुलिस हिरासत में ले लिया गया है।
इससे पहले हादसे में मारे गए लोगों की जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर दीपा चोलन ने शुक्रवार को कहा कि 'धारवाड़ में इमारत गिरने पर कुल 14 लोगों की जान गई है। बचाव कार्य के दौरान हमने दो लोगों को मलबे से बचाया गया। जबकि मलबे में तीन और लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम ने मलबे में फंसे लोगों को ऑक्सीजन और ओआरएस दिया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम अभी भी बचाव अभियान चला रही हैं।'
हादसा होने के तुरंत बाद राज्य के मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने कहा, 'धारवाड़ की घटना से स्तब्ध हूं। तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने के साथ ही अतिरिक्त संसाधन भेजने के निर्देश भी दिए हैं।'
बता दें कि इमारत की पहली और दूसरी मंजिलों पर 60 दुकानें खुल चुकी थीं। तीसरी मंजिल में निर्माण का कार्य चल रहा था। बुधवार को हुए हादसे के बाद बचाव एवं राहत अभियान में 10 एंबुलेंस और पांच दमकल की गाड़ियों को लगाया गया है। निकाले गए घायलों का इलाज पास के ही सिविल अस्पताल में कराया जा रहा है।