'कांग्रेस ने कराई मोदी और अमित शाह की जासूसी'

राहुल गांधी की कथित जासूसी के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू का कहना है कि कांग्रेस ने कई भाजपा नेताओं की जासूसी करवाई थी। लेकिन राहुल गांधी की जासूसी से मोदी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Mon, 16 Mar 2015 11:09 AM (IST) Updated:Mon, 16 Mar 2015 11:14 AM (IST)
'कांग्रेस ने कराई मोदी और अमित शाह की जासूसी'

नई दिल्ली। राहुल गांधी की कथित जासूसी के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू का कहना है कि कांग्रेस ने कई भाजपा नेताओं की जासूसी करवाई थी। लेकिन राहुल गांधी की जासूसी से मोदी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार राहुल गांधी की जासूसी करवा रही है। लेकिन वेंकैया नायडू ने कहा, 'राहुल गांधी की कोई जासूसी नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस ने सिर्फ रूटीन सुरक्षा जांच की है, जिसे जासूसी कहा जा रहा है। इससे केंद्र सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। यह एक प्रक्रिया है, जिसे दिल्ली पुलिस ने पूरा किया है।'

वेंकैया नायडू ने उल्टा कांग्रेस पर भाजपा नेताओं की जासूसी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'वे(कांग्रेस) क्या बेकार की बातें कर रहे हैं। उन्होंने तो मेरी भी जासूसी कराई थी। मेरी ही नहीं लाल कृष्ण अडवाणी, अमित शाह, नरेंद्र मोदी के अलावा कई भाजपा नेताओं की जासूसी उन्होंने कराई थी।'

हालांकि बताया जा रहा है कि नेताओं की जांच सुरक्षा की यह प्रक्रिया कांग्रेस द्वारा ही शुरू की गई है। सूत्रों के मुताबिक नेताओं के प्रोफाइलिंग की यह प्रक्रिया वर्ष 1957 में ही शुरू हुई थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1987 में इसे नया रूप दिया गया। उसी समय एक विस्तृत खाका बनाया गया, जिसमें शिक्षा, उम्र, शरीर के निशान, उनके साथियों की पहचान, पसंदीदा खेल और सुबह की सैर के लिए पसंदीदा जगह जैसी जानकारियां जोड़ी गई थी। इसके बाद साल 1999 में इसमें कुछ और बिंदुओं को जोड़ा गया।

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