छत्तीसगढ में गायों की मौत पर कांग्रेस ने रमन सिंह को घेरा

पुनिया ने कहा कि कांग्रेस के लिए गौवंश राजनीति का मसला नहीं बल्कि पार्टी मानती आयी है कि गाय हमारी संस्कृति का पूजनीय अंग है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Tue, 22 Aug 2017 09:43 PM (IST) Updated:Tue, 22 Aug 2017 09:43 PM (IST)
छत्तीसगढ में गायों की मौत पर कांग्रेस ने रमन सिंह को घेरा
छत्तीसगढ में गायों की मौत पर कांग्रेस ने रमन सिंह को घेरा

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता की गौशालाओं में 350 से अधिक गायों की भूख और कुपोषण से हुई मौतों को कांग्रेस ने बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह और पशुपालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा मांगा है। पार्टी ने कहा है कि छत्तीसगढ की गौशालाओं में गायों की मौत पर भाजपा और संघ की घोर चुप्पी से गोरक्षा के उसके दावे की पोल खुल गई है। छत्तीसगढ में गो सेवा के नाम पर भाजपा नेताओं के कथित तौर पर घोटाला करने का भी कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाया।

सूबे की कुछ गौशालाओं खासकर दुर्ग जिले में भाजपा के स्थानीय नेता हरीश वर्मा की गौशाला में 200 से अधिक गायों की मौत होने के अपने आंकड़े के सहारे कांग्रेस ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बनाने की कोशिश की। पार्टी मुख्यालय में छत्तीसगढ के प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री और अग्रवाल को सीधे तौर पर गायों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान सूबे की गौशालाओं में मरी गायों की तमाम तस्वीरें भी जारी की गई। इनका कहना था कि हरीश वर्मा की शगुण गौशाला को रमन सिंह की सरकार ने बीते छह साल में 93 लाख रुपए से अधिक का अनुदान दिया। मगर उन्होंने गायों को चारा और पौष्टिक खाना तो दूर पीने का पानी भी नहीं मुहैया कराया। आलम यह था कि वर्मा ने गायों को गंदे नाले का पानी पिलाया।

पुनिया और बघेल ने कहा कि वर्मा के रिश्तेदार की दो गौशालाएं और भी हैं। इसमें ग्राम गोड़मर्रा के फूलचंद गौशाला को भी छत्तीसगढ़ सरकार ने 50 लाख रुपए से अधिक का अनुदान किया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार एक गौशाला संचालक ने कहा है कि अनुदान में मिलने वाले पैसे ऊपर तक पहुंचाये जाते हैं और इसीलिए इसकी ऑडिट नहीं करायी जाती। कांग्रेस नेता ने कहा कि बीते साल अगस्त में कांकेर के कर्रामाड़ में भी 140 से अधिक गायों की मौत हुई मगर एक अधिकारी के निलंबन के अलावा सरकार ने यहां भी कुछ नहीं किया।

पुनिया ने कहा कि कांग्रेस के लिए गौवंश राजनीति का मसला नहीं बल्कि पार्टी मानती आयी है कि गाय हमारी संस्कृति का पूजनीय अंग है। मगर यह दुखद है कि भाजपा पूरे देश में गोरक्षा के नाम पर देश में हिंसा और सामाजिक विभेद की राजनीति कर रही है तो दूसरी ओर उसकी छत्तीसगढ़ सरकार के शासन में गौशालाओं में क्रूर तरीके से गायों को मारा जा रहा है। पुनिया ने कहा कि बीते अप्रैल में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बयान दिया था कि गायों की हत्या करने वालों को फांसी पर लटका देंगे तो कांग्रेस का सवाल है कि क्या छत्तीसगढ की गौशालाओं में गायों की मौत के जिम्मेदार लोगों को यह सजा देंगे?

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