कोलकाता पुलिस ने सुदीप्त को रिमांड पर लिया

श्रीनगर [जागरण ब्यूरो]। कोलकत्ता पुलिस ने बुधवार को सारधा समूह के चेयरमैन सुदीप्त सेन व उनके दो अन्य साथियों का स्थानीय अदालत से चार दिन की रिमांड हासिल की। अदालत ने सुदीप्त व उसके साथियों को दो दिन की ट्रांजिट रिमांड व दो दिन की पुलिस रिमांड प्रदान की है। पुलिस सभी आरोपियों को शाम साढे़ चार बजे की जेट स्पाइस की श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट से लेकर रवाना हो गई। सुदीप्त सेन पर अपनी चिट फंड कंपनी के जरिये लगभग 30 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है। वह अपने दो साथियों समेत पुलिस से बचते हुए कश्मीर पहुंच गए थे।

By Edited By: Publish:Wed, 24 Apr 2013 09:10 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2013 10:27 PM (IST)
कोलकाता पुलिस ने सुदीप्त को रिमांड पर लिया

श्रीनगर [जागरण ब्यूरो]। कोलकत्ता पुलिस ने बुधवार को सारधा समूह के चेयरमैन सुदीप्त सेन व उनके दो अन्य साथियों का स्थानीय अदालत से चार दिन की रिमांड हासिल की। अदालत ने सुदीप्त व उसके साथियों को दो दिन की ट्रांजिट रिमांड व दो दिन की पुलिस रिमांड प्रदान की है। पुलिस सभी आरोपियों को शाम साढे़ चार बजे की जेट स्पाइस की श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट से लेकर रवाना हो गई। सुदीप्त सेन पर अपनी चिट फंड कंपनी के जरिये लगभग 30 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है। वह अपने दो साथियों समेत पुलिस से बचते हुए कश्मीर पहुंच गए थे।

बुधवार सुबह कोलकत्ता से पांच सदस्यीय पुलिस दल श्रीनगर और वहां से गांदरबल पहुंचा। एसपी गांदरबल के साथ आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद कोलकत्ता पुलिस ने चिट फंड कंपनी के तीनों आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुदीप्त सेन के साथ देबजानी मुखर्जी और अरविंद सिंह को गांदरबल जिले में सोनमर्ग के पास मंगलवार को पकड़ा था। कोलकत्ता पुलिस ने इन तीनों का विशेषज्ञ डाक्टरों की एक टीम से स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया।

डाक्टरों ने तीनों को पूरी तरह स्वस्थ करार दिया। इसके बाद तीनों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला पुलिस लाइन गांदरबल के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मजिस्ट्रेट की अदालत में दोपहर 12 बजे के करीब पेश किया गया। करीब 45 मिनट की कार्रवाई के बाद अदालत ने ने चार दिन की रिमांड प्रदान की। रिमांड मिलने के बाद कोलकत्ता पुलिस सारधा समूह के तीनों आरोपियों को लेकर एक बजे के करीब गांदरबल से रवाना हो गई।

सारधा पर और कसा सेबी का शिकंजा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। घोटाले में फंसी कोलकाता की चिट फंड कंपनी सारधा पर बाजार नियामक सेबी का शिकंजा कसता जा रहा है। सेबी ने सारधा समूह की दस अन्य कंपनियों की जांच भी शुरू कर दी है। सेबी इन कंपनियों में भी घोटाले की आशंका के नजरिये से जांच कर रही है। आयकर विभाग ने भी समूह की जांच शुरू कर दी है। विभाग जल्दी ही समूह के प्रमोटरों से पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगा।

पश्चिम बंगाल में इस कंपनी को लेकर जनता में बढ़ रहे रोष के बाद मंगलवार रात सेबी ने सारधा की सहयोगी सारधा रीयल्टी इंडिया और उसके एमडी सुदीप्त सेन की बाजार गतिविधियों पर तब तक रोक लगा दी है, जब तक वे घोटाले की राशि निवेशकों में वापस न लौटा दें। कहा जा रहा है कि नियामक ने सुदीप्त सेन समूह की सभी कंपनियों को अपनी निगरानी के दायरे में ले लिया है।

वैसे, सूत्र बताते हैं कि फिलहाल सेबी सारधा समूह की कम से कम दस कंपनियों की जांच कर रहा है। इन सभी पर कलेक्टिव इन्वेस्टमेंट स्कीमों के लिए बने कानूनों के उल्लंघन का आरोप है। इस तरह की स्कीमें सेबी के दायरे में आती हैं, लेकिन चिट फंड कंपनियों का मुख्यत: संचालन राज्यों के कानूनों से होता है। केंद्र के कंपनी मामलों के मंत्रालय ने एक दिन पहले बंगाल की 13 और चिट फंड कंपनियों के खिलाफ जांच के निर्देश जारी किए थे। साथ ही सेबी और आयकर विभाग को इन कंपनियों के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया गया था।

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