Chhattisgarh: नक्सलियों ने किसान को बेरहमी से उतारा मौत के घाट

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से नक्सली पूरी तरह बैकफुट पर हैं। सीधा मुकाबला करने की बजाए नक्सली अब लोगों को मौत का भय दिखाकर अपने दबाव में लेने की कोशिश कर रहे हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 04:07 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 04:07 PM (IST)
Chhattisgarh: नक्सलियों ने किसान को बेरहमी से उतारा मौत के घाट
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में किसान की मौत।

बीजापुर,जेएनएन। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से नक्सली पूरी तरह बैकफुट पर हैं। सीधा मुकाबला करने की बजाए नक्सली अब लोगों को मौत का भय दिखाकर अपने दबाव में लेने की कोशिश कर रहे हैं। एक ऐसी ही घटना में सोमवार की रात बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक किसान की हत्या कर दी। बड़ी संख्या में किसान के घर पहुंचे हथियारबंद नक्सलियों ने किसान पर पुलिस के लिए मुखबिरी का आरोप लगाया था।

नक्सलियों ने यहां से 45 किमी दूर बासागुड़ा थाना क्षेत्र के फुटकेल गांव में सोमवार की रात 8:30 से नौ बजे के बीच किसान दासर रमन्ना ( 36 ) की नलकूप के रोड से सिर में मारकर हत्या कर दी। जब उसकी पत्नी बचाव के लिए मकान से निकली तो नक्सलियों ने उसे बंदूक और चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी और मकान को बाहर से बंद कर दिया। सूत्रों के मुताबिक मुताबिक आवापल्ली- बासागुड़ा मार्ग पर तिम्मापुर से कोई दो किमी दूर फुटकेल गांव में 20 से 25 हथियारबंद नक्सली सोमवार की रात करीब 8:30 से नौ बजे के बीच आ धमके।

तब दासर रमन्ना सोया हुआ था और उसका परिवार भी घर में ही था। तीन हथियारबंद नक्सली दासर के घर में घुस आए और उसे बाहर निकाला। जब उसकी पत्नी दासर रामकुमारी उसे बचाने घर से बाहर निकली तो नक्सलियों ने उसे बंदूक और चाकू दिखाकर जान का भय दिखाया और घर के अंदर जाने कहा। इसके बाद नक्सलियों ने आस- पड़ोस में रहने वाले घर से बाहर आए उनके रिश्तेदारों को भी अंदर जाने कहा। इसके बाद नक्सलियों ने नलकूप के रॉड से उसके सिर पर वारकर हत्या कर दी।

पुलिस ने सुबह शव को बरामद किया। शव बासागुड़ा थाना लाया गया है। बताया गया है कि दासर रमन्ना का किसी से लेना- देना नहीं था और वह खेती- किसानी में ही व्यस्त रहता था। उसकी दो बेटियां बीजापुर में और दो बेटे उसूर में पढ़ते हैं। वे लॉकडाउन के कारण घर आए हुए थे। बताया जाता है कि उसकी एक बेटी की तबीयत खराब थी जिसके इलाज के लिए दासन रमन्ना शनिवार को वारंगल गया था।

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