केन्द्र सरकार का बड़ा एक्शन; प्रतिबंधित आतंकी संगठन के प्रॉक्सी समूह पर लगाया बैन, चार आतंकी का नाम भी घोषित

केन्द्र सरकार ने दो प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के प्रॉक्सी समूह को प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही मंत्रालय की ओर से चार लोगों को आतंकवादी भी घोषित कर जिया गया है। इनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 08 Jan 2023 04:53 PM (IST) Updated:Sun, 08 Jan 2023 04:53 PM (IST)
केन्द्र सरकार का बड़ा एक्शन; प्रतिबंधित आतंकी संगठन के प्रॉक्सी समूह पर लगाया बैन, चार आतंकी का नाम भी घोषित
केन्द्र सरकार ने दो प्रॉक्सी आतंकवादी समूह को किया प्रतिबंधित।

नई दिल्ली, पीटीआई। सीमा पार से चलाए जा रहे आतंकवाद पर कार्रवाई करते हुए केन्द्र ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के दो प्रतिनिधि संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही पिछले चार दिनों में चार व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि केन्द्र द्वारा आतंकवादी समूहों और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है।

अल-कायदा के लिए काम करता था

4 जनवरी को गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी किया था जिसमें कहा गया था कि एजाज अहमद अहंगर उर्फ ​​​​अबू उस्मान अल-कश्मीरी, कश्मीर में पैदा हुआ आतंकवादी है। इसका अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ संपर्क है और यह भारत में इस्लामिक देश में बदलने की तैयारी कर रहा था। इसे आतंकवादी घोषित किया गया है। अफगानिस्तान में बैठा एजाज अहमद इस समय इस्लामिक स्टेट जम्मू और कश्मीर (ISJK) का प्रमुख नियोक्ताओं में से एक है।

एजाज अहमद का जन्म 1974 में श्रीनगर में हुआ था। यह पिछले दो दशकों से जम्मू कश्मीर का वांटेड आतंकवादी है जिसने कई आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर केन्द्र शासित प्रदेश में होने वाले कई आतंकी गतिविधियों की प्लानिंग की है। गृह मंत्रालय के अनुसार, एजाज अहमद कश्मीर में उग्रवाद को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है और इसने कश्मीरी लोगों की पहचान करना शुरू कर दिया है जिसे अपने नेटवर्क में शामिल कर सकें। इसे भारत के लिए इस्लामिक स्टेट (IS) भर्ती सेल का प्रमुख नियुक्त किया गया था और इसने ऑनलाइन भारत-केंद्रित ISIS प्रचार पत्रिका शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

द रेजिस्टेंस फ्रंट पर लगाया प्रतिबंध

5 जनवरी को गृह मंत्रालय ने पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयाब के एक प्रतिनिधि संगठन, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया। गृह मंत्रालय ने कहा कि टीआरएफ आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने, आतंकवादियों की भर्ती, आतंकवादियों की घुसपैठ और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ऑनलाइन माध्यम से युवाओं की भर्ती कर रहा है। साल 2019 यह समूह प्रतिबंधित संगठन लश्कर के प्रतिनिधि के रूप में शुरू हुआ, इसका 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों समेत कई आतंकी गतिविधियों में भागीदारी रही है।

साथ ही टीआरएफ भारत सरकार के खिलाफ आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए जम्मू और कश्मीर के लोगों को उकसाने और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनोवैज्ञानिक अभियान चलाने का काम भी करता है। गृह मंत्रालय ने कहा कि टीआरएफ का कमांडर शेख सज्जाद गुल पहले ही गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 के तहत एक आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। टीआरएफ के सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ काफी सारे मामले भी दर्ज किए गए हैं।

लश्कर के लॉन्चिंग कमांडर है मोहम्मद अमीन

5 जनवरी को ही गृह मंत्रालय ने मोहम्मद अमीन खुबैब उर्फ ​​अबू खुबैब को आतंकवादी घोषित कर दिया है जो कि जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है लेकिन फिलहाल पाकिस्तान में रहता है। फिलहाल अमीन लश्कर के लॉन्चिंग कमांडर के रूप में कार्य कर रहा है और उसने सीमा पार कई एजेंसियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित कर लिए हैं। जम्मू में लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों को दोबारा तेजी से शुरू करने में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मोहम्मद अमीन सीमा पार से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय, हथियारों और विस्फोटकों की आपूर्ति, आतंकियों से जुड़ी आर्थिक बातों का ध्यान रखता है।

जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पर लगा बैन

6 जनवरी को, गृह मंत्रालय ने पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट-फ्रंट (PAFF) पर भी प्रतिबंध लगा दिया। यह संगठन जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों की आतंकी गतिविधियों में शामिल है। गृह मंत्रालय ने कहा कि पीएएफएफ लगातार दूसरे राज्यों से आए जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे सुरक्षा बलों, राजनीतिक नेताओं और नागरिकों को धमकियां दे रहा है। पीएएफएफ, अन्य संगठनों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य प्रमुख शहरों में हिंसक आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने और सोशल मीडिया के जरिए साजिश रचने का काम करते थे।

लश्कर का आतंकवादी घोषित

उसी रात गृह मंत्रालय ने एक अन्य अधिसूचना जारी करते हुए अरबाज अहमद मीर को प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर का आतंकवादी घोषित कर दिया है। यह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है लेकिन फिलहाल ये पाकिस्तान में रह रहा है। बताया जा रहा है पिछले कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में जितने भी टारगेट किलिंग के मामले सामने आए हैं तो उसमें इसका हाथ था।

कश्मीरी युवाओं को हथियार उठाने के लिए करता है प्रभावित

7 जनवरी को गृह मंत्रालय ने आसिफ मकबूल डार को कश्मीरी युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रभावित करने के लिए एक आतंकवादी घोषित किया है। फिलहाल आसिफ सऊदी अरब में रहता है। यह काफी समय से कश्मीर घाटी में आतंकवाद के साथ संपर्क में है और सीमा पार से अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक ले जाकर आतंकवादियों का समर्थन करता रहा है।

गह मंत्रालय ने घोषणा की है कि आसिफ मकबूल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके कश्मीर घाटी के युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए भड़काने में शामिल है। वह प्रतिबंधित आतंकी समूह हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से जुड़ा है और सोशल मीडिया के प्रमुख कट्टरपंथी आवाजों में से एक है। साथ ही वह कश्मीरी युवाओं को सुरक्षा बलों के खिलाफ हथियार उठाने के लिए उकसाता है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच में पाया गया है कि यह जम्मू-कश्मीर में हिंसक आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाले संगठन के कैडरों द्वारा रची गई साजिश से संबंध रखता है। इसे नई दिल्ली समेत कई प्रमुख शहरों में हुए गतिविधियों में दोषी पाया गया है।

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