बैंक से कर्ज लेकर फरार आरोपित सन्नी कालरा को मस्कट से लाया गया, जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस

सीबीआइ ने बताया है कि बैंक से 10 करोड़ रुपये कर्ज लेकर फरार हो गए आरोपित सन्नी कालरा (Sunny Kalra) को ओमान के मस्कट से लाया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 08:20 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 08:29 PM (IST)
बैंक से कर्ज लेकर फरार आरोपित सन्नी कालरा को मस्कट से लाया गया, जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस
बैंक से कर्ज लेकर फरार आरोपित सन्नी कालरा को मस्कट से लाया गया, जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस

नई दिल्ली, पीटीआइ। बैंक से 10 करोड़ रुपये कर्ज लेकर फरार हो गए आरोपित सन्नी कालरा (Sunny Kalra) को सीबीआइ ओमान के मस्कट (Muscat in Oman) से शनिवार को देश लेकर आई। सीबीआइ (CBI) ने 2016 में अनुरोध किया था और उसके आधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस (Interpol Red Corner Notice) जारी किया। उसी नोटिस के आधार पर उसे प्रत्यर्पित किया गया है।

आरोप है कि व्हाइट टाइगर स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड (White Tiger Steels Private Limited) के निदेशक कालरा ने पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank, PNB) से 10 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन उसने उसका भुगतान नहीं किया। अधिकारियों ने बताया कि उसने चोरी छिपे गिरवी की चीज निकाल ली जिस कारण सरकारी बैंक के लिए इस कर्ज की वसूली मुश्किल हो गई। 

सीबीआइ प्रवक्ता ने कहा, 'दोनों (कालरा और उसकी पत्नी) प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद से फरार थे।' एजेंसी ने कालरा, उसकी पत्नी और पीएनबी के तीन अधिकारियों के खिलाफ इस मामले को हाथ में लेने के एक साल से अधिक समय बाद 22 दिसंबर, 2016 को आरोपपत्र दायर किया। उन्होंने बताया कि कालरा, उसकी पत्नी और अन्य के खिलाफ इस मामले को 16 दिसंबर 2015 को सीबीआइ ने अपने हाथ में लिया था।

अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल ने सीबीआइ के अनुरोध पर 31 मार्च 2016 को कालरा के खिलाफ 'रेड कॉर्नर नोटिस' जारी किया था जिसके बाद उसके मस्कट में होने का पता चला जहां स्थानीय प्रवर्तन एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया। एक अधिकारी ने कहा कि इंटरपोल की मदद से सीबीआइ कालरा के प्रत्यर्पण के लिए एनसीबी, मस्कट के नियमित संपर्क में थी। प्रवक्ता ने कहा, 'आरोपित को नई दिल्ली में सक्षम अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा।' 

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