कोयला घोटाले में सीबीआइ की एक और प्राथमिकी

कोयला घोटाले में सीबीआइ ने एक और प्राथमिकी दर्ज की है। नागपुर आधारित निजी कंपनी बीएस इस्पात पर कोयला खदान हासिल करने के लिए गलत जानकारी देने और फर्जी दस्तावेज जमा कराने का आरोप है। कंपनी को 2001 में राजग सरकार के दौरान वर्धा में मरकी मांगली कोल ब्लॉक-1 आवंटित

By Sanjay BhardwajEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2015 12:17 AM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2015 12:23 AM (IST)
कोयला घोटाले में सीबीआइ की एक और प्राथमिकी

नई दिल्ली। कोयला घोटाले में सीबीआइ ने एक और प्राथमिकी दर्ज की है। नागपुर आधारित निजी कंपनी बीएस इस्पात पर कोयला खदान हासिल करने के लिए गलत जानकारी देने और फर्जी दस्तावेज जमा कराने का आरोप है। कंपनी को 2001 में राजग सरकार के दौरान वर्धा में मरकी मांगली कोल ब्लॉक-1 आवंटित किया गया था।

बीएस इस्पात के अलावा कंपनी के निदेशक मोहन अग्रवाल के खिलाफ आपराधिक षडय़ंत्र रचने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कोयला घोटाले में जांच एजेंसी ने यह 40वां मामला दर्ज किया है।

सीबीआइ की प्रवक्ता ने बताया कि कोलगेट में ताजा मामला दर्ज करने के बाद जांच एजेंसी ने अग्रवाल के महाराष्ट्र के कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।

एजेंसी के मुताबिक, खदान का आवंटन हासिल करने के बाद बीएस इस्पात के प्रमोटरों पर 2011 में अपने शेयर बेचने का भी आरोप है। पिछले साल सीबीआइ ने इसकी एक सहायक कंपनी के खिलाफ भी केस दर्ज किया था।

पढ़ें : मनमोहन सिंह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, समन पर रोक

पढ़ें : कोयला घोटाले में दर्ज नई एफआइआर

chat bot
आपका साथी