नोट बैन के बाद मप्र में राशन की दुकान पर ग्रामीणों का आक्रोश

छत्‍तीसगढ़ स्‍थित एक गांव में पैसा न होने पर राशन की दुकान पर ग्रामीणों ने जताया अपना आक्रोश।

By Monika MinalEdited By: Publish:Sat, 12 Nov 2016 02:41 PM (IST) Updated:Sat, 12 Nov 2016 03:04 PM (IST)
नोट बैन के बाद मप्र में राशन की दुकान पर ग्रामीणों का आक्रोश
नोट बैन के बाद मप्र में राशन की दुकान पर ग्रामीणों का आक्रोश

छत्‍तीसगढ़ (प्रेट्र)। केंद्र द्वारा नोटों पर पाबंदी लगाए जाने के बाद पैसा न होने पर राशन की दुकान पर बर्दाहा गांव के लोगों ने आक्रोश दिखाया और विरोध किया। दुकान के मालिक का आरोप है कि ग्रामीणों ने दुकान से अनाज लूट लिया है। दुकान के मालिक मुन्‍नी लाल अहिरवार ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि ग्रामीणों के पास पैसे नहीं थे इसलिए उन्‍होंने दुकान से अनाज लूट लिए हालांकि पुलिस ने दावा किया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है, यह केवल मामूली सी हाथापाई की घटना थी।

बर्दाहा गांव के सरपंच नोने लाल ने कहा कि पिछले चार महीनों से अहिरवार अनाज व अन्‍य चीजों को देने से इंकार कर रहे थे जिसके कारण हाथापाई की नौबत आ गयी थी। इसके लिए ग्रामीणों ने मुख्‍यमंत्री हेल्‍पलाइन व स्‍थानीय पुलिस से शिकायत की थी लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों द्वारा राशन की दुकान लूटे जाने की खबर से भी उन्‍होंने इंकार किया।

सहायक सब इंस्‍पेक्‍टर, राम किशोर तिवारी ने बताया, ‘पिछले चार महीनों से ग्रामीणों को दुकान से राशन नहीं मिल रहा था और शुक्रवार को उन्‍होंने दुकान के मालिक से इस पूरी अवधि के बकाये की मांग की थी लेकिन उसने इंकार कर दिया जिसके बाद ग्रामीण झगड़े के लिए उतर आए।‘ मालिक ने ग्रामीणों से केवल एक माह का राशन ले जाने को कहा लेकिन वे पिछले चार माह का बकाया राशन भी देने का आग्रह कर रहे थे जिसके बाद झगड़े की नौबत आ गयी। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

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