सेना प्रमुख बिपिन रावत बोले- फील्ड मार्शल करिअप्पा को मिले भारत रत्न

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा को भारत रत्न देने की मांग की है।

By Kishor JoshiEdited By: Publish:Sat, 04 Nov 2017 12:47 PM (IST) Updated:Sat, 04 Nov 2017 01:26 PM (IST)
सेना प्रमुख बिपिन रावत बोले- फील्ड मार्शल करिअप्पा को मिले भारत रत्न
सेना प्रमुख बिपिन रावत बोले- फील्ड मार्शल करिअप्पा को मिले भारत रत्न

नई दिल्ली (एजेंसी)। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ, फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने की मांग की है। जनरल रावत ने कहा, 'अब समय आ गया है कि भारतरत्न के लिए फील्ड मार्शल करिअप्पा के नाम की सिफारिश की जाए।'  जनरल रावत ने कहा कि यह यदि यह सम्मान (भारत रत्न) अन्य लोगों को मिल सकता है तो मेरी समझ में यह नहीं आता कि करिअप्पा इस सम्मान को पाने के हकदार क्यों नहीं हैं।

If others can get it (Bharat Ratna),I see no reason why he (Field Marshal KM Cariappa)shouldn't be deserving personality for same-Army Chief pic.twitter.com/oy402pwQgZ

— ANI (@ANI) November 4, 2017

आपको बता दें कि आजाद भारत की सेना के 'प्रथम कमाण्डर इन चीफ़', फील्ड मार्शल करिअप्पा को उनके करीबी लोग 'चिम्मा' नाम से भी पुकारते थे। उन्होंने मद्रास के प्रेसिडेंसी कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की। अपने छात्र जीवन में करिअप्पा एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में भी जाने जाते थे। अपनी अभूतपूर्व योग्यता की बदौलत उन्होंने अनेक  उपलब्धियां अपने नाम कीं। सेना में कमीशन पाने वाले प्रथम भारतीयों में वे भी शामिल थे। कई मोर्चों पर उन्होंने भारतीय सेना का पूरी तरह से सफल नेतृत्व किया था। 1949 में करिअप्पा को 'कमाण्डर इन चीफ़' बनाया गया था और 1953 तक वह इस पद पर रहे।

करिअप्पा भारतीय सेना के उन दो अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें फील्ड मार्शल की पदवी दी गई। फील्ड मार्शल सैम मानेकशा दूसरे ऐसे अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का रैंक दिया गया था. करिअप्पा को 'कीपर' के नाम से भी पुकारा जाता था।

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