स्मृति ईरानी का एलान, हर जिले के पुलिस स्टेशन में स्थापित होंगी महिलाओं के लिए हैल्प डेस्क

केंद्रीय एंव बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने एलान किया है कि हर जिले में मानव तस्करी विरोधी इकाइ और महिलाओं की मदद के लिए पुलिस स्टेशनों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Sat, 02 Nov 2019 04:02 PM (IST) Updated:Sat, 02 Nov 2019 04:02 PM (IST)
स्मृति ईरानी का एलान, हर जिले के पुलिस स्टेशन में स्थापित होंगी महिलाओं के लिए हैल्प डेस्क
स्मृति ईरानी का एलान, हर जिले के पुलिस स्टेशन में स्थापित होंगी महिलाओं के लिए हैल्प डेस्क

नई दिल्ली,पीटीआइ। महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि हर जिले में मानव तस्करी विरोधी इकाइ और महिलाओं की मदद के लिए पुलिस स्टेशनों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। ये सब निर्भया फंड की मदद से किया जाएगा। निर्भया फंड का एलान 2012 में देश को झकझोर देने वाले निर्भया कांड के बाद केंद्र सरकार द्वारा 2013 में किया गया था। 

मानव-तस्करी विरोधी इकाइयां और हेल्प डेस्क 

इस फंड के एलान का उद्देश्य ये था कि इससे इकट्ठे हुए पैसे से उन एनजीओ की मदद की जाए जो महिला की सुरक्षा के लिए काम करते हैं। स्मृति इरानी ने ट्वीटर के जरिए इसकी जानकारी दी है। ईरानी ने ट्विटर पर घोषणा की कि सभी जिलों में मानव-तस्करी विरोधी इकाइयां और गैर-लैप्सबल कॉर्पस फंड का उपयोग करके देश भर के पुलिस स्टेशनों में महिलओं के लिए हैल्प डेस्क स्थापित डेस्क की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करना और उनके बीच सुरक्षा की अधिक समझ पैदा करना है।

पीएम मोदी और अमित शाह का किया धन्यवाद

ईरानी ने ट्वीट में आगे लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रभावी शासन की ओर अग्रसर अंतर-सरकारी सहयोग का एक उदाहरण है। ईरानी ने आगे कहा कि यह कदम महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। गृह मंत्री अमित शाह  और गृह मंत्रालय के लिए आभारी हूं कि उन्होंने निर्भया फंड के माध्यम से इस तरह की पहल को सुनिश्चित किया है। यह महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दों को दूर करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा।

गौरतलब है कि 2012 में देश की सामूहिक चेतना को हिला कर रख देने वाले निर्भया कांड के बाद तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के एक विशेष फंड की घोषणा की थी। इसी फंड का नाम निर्भया फंड रखा गया था।

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