India- China Tensions: चीन को अमेरिका ने बेहद कड़ा संकेत, अरुणाचल प्रदेश भारतीय हिस्सा

क्वाड की अहम बैठक से पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय का बयान। अमेरिका ने कहा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में भारत एक शक्ति निभानी होगी अहम भूमिका। अगले सोमवार को टोक्यो में जापान-आस्ट्रेलिया-भारत-अमेरिका विदेश मंत्रालयों की बड़ी बैठक होगी।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2020 07:45 PM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2020 09:51 PM (IST)
India- China Tensions: चीन को अमेरिका ने बेहद कड़ा संकेत, अरुणाचल प्रदेश भारतीय हिस्सा
अमेरिका की दो टूक क्वाड की अहम बैठक से पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय का बयान फाइल फोटो

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के लद्दाख व अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों की वैधता पर रह-रह कर सवाल उठा रहे चीन को अमेरिका ने बेहद कड़ा संकेत दिया है। अमेरिका ने दो टूक कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है और चीन के आक्रामक विस्तारवादी रवैये का भारत भी दुर्भाग्य से शिकार हो रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय का यह बयान शुक्रवार को आया है। इसकी अहमियत इसलिए भी है कि अगले सोमवार को टोक्यो में जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत व अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बेहद अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक को लद्दाख से लेकर ¨हद-प्रशांत क्षेत्र और जापान के पश्चिमी हिस्से पर स्थिति द्वीपों पर चीन की विस्तारवादी नीतियों के परिप्रेक्ष्य में भी देखा जा रहा है।

भारत व चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर अमेरिका की नजर

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक हम भारत व चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर नजर रखे हुए हैं। वास्तविक सीमा कहा हैं? यह एक संवेदनशील मुद्दा है और हम दोनों पक्षों को कूटनीतिक समाधान निकालने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ की सीमा को लेकर हमारा स्पष्ट मत है। अमेरिका छह दशकों से अरुणाचल प्रदेश को भारतीय हिस्सा मानता रहा है। हम वास्तविक नियंत्रण वाले हिस्से को एकतरफा तरीके से बदलने के सख्त खिलाफ हैं चाहे उसे मिलेट्री अतिक्रमण से बदला जाए या सिविलियन अतिक्रमण से बदला जाए, इसके सख्त खिलाफ हैं। उस अधिकारी ने यह भी कहा कि चीन के आक्रामक रवैये से उस क्षेत्र के जो देश परेशान हैं उसमें भारत भी शामिल है। हिंद प्रशांत क्षेत्र के संदर्भ में कहा कि भारत इस हिस्से की एक क्षेत्रीय शक्ति है और एक खुला व सभी देशों के लिए सर्वमान्य ¨हद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में भारत की भूमिका अहम होगी।

क्वाड की बैठक में होगा ये एजेंडा

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने टोक्यो में चारों देशों (क्वाड) की बैठक के एजेंडे के बारे में भी बताया कि वहां बहुत ही विस्तार से संबंधित रणनीतिक मुद्दों पर बात होने की उम्मीद है। आर्थिक व कोरोना से जुड़े मुद्दे भी होंगे। भारत, अमेरिका व जापान की नौ सेनाओं के बीच होने वाली मालाबार अभ्यास में आस्ट्रेलिया को शामिल करने को लेकर भी बात होनी है। जानकारों का मानना है कि चारों देशों की तरफ से मालाबार नौ सेना अभ्यास में आस्ट्रेलिया को शामिल करने का एलान इस बैठक के बाद किया जा सकता है। यह क्वाड के तहत उक्त चारों देशों के विदेश मंत्रियों की दूसरी बैठक है। ¨हद प्रशांत सेक्टर के लिए इन चारों देशों की अपनी अपनी रणनीति है जो बहुत हद तक सामान्य कही जा सकती है। माना जा रहा है कि टोक्यो में होने वाली बैठक में चारों देशों की ¨हद प्रशांत क्षेत्र के लिए रणनीति को एक समग्र नीति में शामिल करने को लेकर विमर्श किया जाएगा।

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