चीन पर दबाव बनाने के लिए इलाके में बने रहेंगे अमेरिकी युद्धपोत, भारतीय नौसेना के साथ किया था युद्धाभ्यास

यूएसएस निमित्ज के कमांडर रियर एडमिरल जिम किर्क ने कहा है कि अमेरिका और भारत की नौसेनाओं ने उच्चस्तरीय अभ्यास कर आपसी तालमेल को और मजबूत किया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 10:21 PM (IST)
चीन पर दबाव बनाने के लिए इलाके में बने रहेंगे अमेरिकी युद्धपोत, भारतीय नौसेना के साथ किया था युद्धाभ्यास
चीन पर दबाव बनाने के लिए इलाके में बने रहेंगे अमेरिकी युद्धपोत, भारतीय नौसेना के साथ किया था युद्धाभ्यास

नई दिल्ली, रायटर। चीन से बढ़े तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना ने चालू सप्ताह में भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ युद्धाभ्यास किए हैं। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को नकारते हुए अमेरिकी नौसेना के दो विमानवाहक युद्धपोत- यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन इन दिनों इलाके में हैं। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि इन युद्धपोतों की फिलहाल इलाके में उपस्थिति बनी रहेगी।

चीन से तनातनी वाले जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी अमेरिकी नौसेना का अभ्यास

सोमवार को दुनिया के सबसे बड़े और शक्तिशाली युद्धपोत निमित्ज ने भारतीय नौसेना के साथ हिंद महासागर में युद्धाभ्यास किया था। अमेरिका ने हाल के वर्षों में दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे का लगातार विरोध किया है और समुद्र में स्वतंत्र आवाजाही बरकरार रखने के लिए इलाके में लगातार अपने युद्धपोत भेजता रहा है। लेकिन बीते दो महीने में पहली बार अमेरिका ने अपने सबसे शक्तिशाली विमानवाहक युद्धपोत भेजकर संदेश दिया है कि चीन की विस्तारवादी नीति अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

दक्षिण चीन सागर में अमेरिका ने किया था सैन्य अभ्यास

इसी महीने की शुरुआत में अमेरिकी युद्धपोतों ने दक्षिण चीन सागर में ही सैन्य अभ्यास कर चीन को आसन्न खतरे से आगाह कर दिया है। कोरोना संक्रमण काल में लद्दाख में चीन की घुसपैठ के दौरान ही अमेरिकी युद्धपोतों की आमद से भी चीन को संदेश मिला है। अमेरिका ने जता दिया है कि भारत के साथ युद्ध छिड़ने की स्थिति में चीन को अमेरिकी सेना का भी मुकाबला करना पड़ सकता है। 

भारत और अमेरिका के तालमेल को और किया जाएगा मजबूत 

यूएसएस निमित्ज के कमांडर रियर एडमिरल जिम किर्क ने कहा है कि अमेरिका और भारत की नौसेनाओं ने उच्चस्तरीय अभ्यास कर आपसी तालमेल को और मजबूत किया है। अभ्यास के दौरान नौसेनाओं ने हवाई सुरक्षा के उपायों के लिए भी अभ्यास किया। कमांडर ने कहा है कि हिंद महासागर और दक्षिण चीन सागर में जहाजों की स्वतंत्र आवाजाही बरकरार रखने के लिए निमित्ज इलाके में अपनी मौजूदगी बनाए रखेगा। उल्लेखनीय है कि भारत की तरह जापान और ऑस्ट्रेलिया से भी चीन के साथ तनातनी वाले संबंध है।

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