अमेरिका के लिए एयर इंडिया की सभी फ्लाइटें आज से हो जाएंगी सामान्य, 5जी सेवाएं शुरू होने के कारण रद थी उड़ानें

उत्तरी अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवाएं शुरू होने की वजह से एयर इंडिया ने बुधवार को भारत-अमेरिका के बीच आठ उड़ानों को रद कर दिया था क्योंकि 5जी इंटरनेट विमान के रेडियो अल्टीमीटर को प्रभावित कर सकता है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 08:23 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 12:26 AM (IST)
अमेरिका के लिए एयर इंडिया की सभी फ्लाइटें आज से हो जाएंगी सामान्य, 5जी सेवाएं शुरू होने के कारण रद थी उड़ानें
बी-777 विमानों से गुरुवार से छह उड़ानों को किया बहाल (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र। एयर इंडिया ने कहा है कि विमान निर्माता कंपनी बोइंग से संचालन की मंजूरी मिलने के बाद उसने बी-777 विमानों के जरिये भारत और अमेरिका के बीच छह उड़ानों को गुरुवार से बहाल कर दिया है और शुक्रवार से सभी उड़ानें सामान्य हो जाएंगी। उत्तरी अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवाएं शुरू होने की वजह से एयर इंडिया ने बुधवार को भारत-अमेरिका के बीच आठ उड़ानों को रद कर दिया था क्योंकि 5जी इंटरनेट विमान के रेडियो अल्टीमीटर को प्रभावित कर सकता है।

फंसे हुए यात्रियों को लाने-ले जाने की व्यवस्था की जा रही

अमेरिकी विमानन नियामक संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने गुरुवार के नए निर्देश में कहा कि बी-777 सहित कुछ खास तरह के विमानों में लगे रेडियो अल्टीमीटर 5जी सेवाओं से प्रभावित नहीं होंगे। इसके बाद एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार से दिल्ली- न्यूयार्क, दिल्ली-शिकागो और दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को की उड़ानें बहाल हो गईं। फंसे हुए यात्रियों को लाने-ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। इन छह उड़ानों के साथ बुधवार को मुंबई-नेवार्क और नेवार्क-मुंबई उड़ानों को भी रद कर दिया गया था। रेडियो अल्टीमीटर विमान की जमीन से ऊंचाई को मापता है। इससे विमान कम दृश्यता में भी उतर सकता है। जिस फ्रिक्वेंसी बैंड पर अल्टीमीटर काम करता है, वह 5जी की कार्यप्रणाली के करीब है।

मालूम हो कि वर्तमान में भारत और अमेरिका के बीच अमेरिकन एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और एयर इंडिया ही सीधी उड़ानों का संचालन करते हैं। अमेरिकन एयरलाइंस और यूनाइटेड एयरलाइंस ने अभी तक नहीं बताया है कि 5जी सेवाओं के शुरू होने से उनकी उड़ानों पर कितना प्रभाव पड़ा है।

गौरतलब है कि अमेरिका में साल 2021 में मिड रेंज 5जी बैंड की नीलामी मोबाइल फोन कंपनियों को की गई थी। यह बैंड 3.7 से 3.98 गीगाह‌र्ट्ज रेंज में आती है। इसे सी-बैंड कहा जाता है। संघीय विमानन प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नई 5जी टेक्नोलाजी अल्टिमीटर जैसे एविएशन उपकरणों के काम में व्यवधान उत्पन्न कर सकती है। अल्टिमीटर से यह पता चलता है कि उड़ान के किसी वक्त विमान जमीन से कितनी ऊंचाई पर हैं।

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