खेमका मामले में क्यों नहीं लिखी पीएम को चिट्ठी

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिला आइएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखे जाने पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने सवाल उठाए हैं। केजरीवाल ने सोनिया से पूछा है कि हरियाणा के आइएएस अशोक खेमका द्वारा जब राबर्ट वाड्रा के कथित भ्रष्टाचार क

By Edited By: Publish:Mon, 05 Aug 2013 04:35 AM (IST) Updated:Mon, 05 Aug 2013 07:50 AM (IST)
खेमका मामले में क्यों नहीं लिखी पीएम को चिट्ठी

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिला आइएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखे जाने पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने सवाल उठाए हैं।

केजरीवाल ने सोनिया से पूछा है कि हरियाणा के आइएएस अशोक खेमका द्वारा जब राबर्ट वाड्रा के कथित भ्रष्टाचार का खुलासा किया गया था तब वह क्यों चुप रही थीं।

पार्टी ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, भूमि सौदों में भ्रष्टाचार और अन्याय का खुलासा करने वाले हरियाणा के ईमानदार आइएएस खेमका का जब तबादला किया गया था तो वह क्यों चुप थीं। पार्टी के अनुसार सोनिया गांधी तब खामोश होकर अधिकारी पर हो रहे अत्याचार का समर्थन करती दिखाई दे रहीं थीं।

खेमका ने ही हरियाणा में सोनिया के दामाद राबर्ट वाड्रा तथा डीएलएफ के बीच हुए साढ़े तीन एकड़ जमीन के सौदे को रद कर जांच के आदेश दिए थे। जिस पर उन्हें चकबंदी और भूमि अभिलेखा विभाग के महानिदेशक के पद से हटा दिया गया था। पार्टी ने कहा, कांग्रेस शासित राज्यों में ईमानदार और निडर अधिकारियों का ऐसा ही हश्र होता है।

संजीव चतुर्वेदी को भी जंगल में अतिक्रमण माफियों के खिलाफ कार्रवाई की सजा भुगतनी पड़ी थी। यदि कांग्रेस और भाजपा ईमानदार अधिकारियों के संरक्षण को लेकर वास्तव में गंभीर हैं, तो उन्हें लोक सेवा और पुलिस सुधारों की पूरी कोशिश करनी चाहिए।

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