पीड़ित पुरुषों के बचाव में आई एक महिला, लड़कियों के खिलाफ शुरू की नई जंग

यह महिला उन लड़कों की मदद करने के लिए आगे आने की बात कह रही हैं, जो कुछ लड़कियों द्वारा ब्लैकमेल किए जाते हैं।

By Arti YadavEdited By: Publish:Mon, 16 Jul 2018 02:34 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jul 2018 02:47 PM (IST)
पीड़ित पुरुषों के बचाव में आई एक महिला, लड़कियों के खिलाफ शुरू की नई जंग
पीड़ित पुरुषों के बचाव में आई एक महिला, लड़कियों के खिलाफ शुरू की नई जंग

भोपाल (आइएएनएस)| मध्य प्रदेश में इन दिनों एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह उन लड़कों की मदद करने के लिए आगे आने की बात कह रही हैं, जो कुछ लड़कियों द्वारा ब्लैकमेल किए जाते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की बड़ी चर्चा है। महिला को ग्वालियर के एक सामाजिक संगठन की प्रमुख बताया जा रहा है। वीडियो में महिला के पीछे एक बोर्ड लगा है, जिस पर 'ज्वाला शक्ति संगठन' लिखा दिख रहा है। महिला का कथित तौर पर नाम काजल बताया जा रहा है।

इस वीडियो में महिला साफ तौर पर कह रही है, 'कुछ लड़कियां पहले दोस्ती करती हैं, वक्त गुजारती हैं और अपना स्वार्थ पूरा होने पर लड़कों को ब्लैकमेल करती हैं, ऐसे लड़कों की मदद के लिए वह आगे आई है।' वायरल हो रहे वीडियो पर उस महिला ने अपना फोन नंबर भी बताया है, जिससे संपर्क किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी।

ज्वाला शक्ति संगठन की संयोजक काजल जादौन राजस्थान के करौली की रहने वाली हैं। 2003 में ग्वालियर में उनका विवाह हुआ। पति प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। शादी के तीन महीने बाद काजल ने भी नौकरी करना शुरू कर दिया। पति को उनकी नौकरी से एतराज नहीं था परंतु वे बेवजह मारपीट करते थे। इसीलिए 2014 में घर छोड़कर 12 साल के बेटे को लेकर अलग रहने लगी। कई घरों में पारिवारिक विवाद देखे तो अहसास हुआ कि आज-कल बहुएं ससुराल वालों को कानून का भय बताकर डराती है।

वे कहती हैं- पांच साल में दहेज प्रताड़ना के जितने मामले देखे, उनकी गहराई में जाने पर 98 प्रतिशत झूठे साबित हुए। पुलिस थानों पर दुष्कर्म के 75 प्रतिशत और छेड़छाड़ के 90 प्रतिशत मामले झूठे दर्ज होते हैं। महिलाओं द्वारा पुरुषों के खिलाफ कानून के दुरुपयोग के कारण युवक शादी नहीं करना चाहते। नई उम्र में युवक-युवती संपर्क में आते हैं, उनमें प्रेम संबंध स्थापित हो जाता है। बाद में विवाद होने पर युवक पर युवतियां दुष्कर्म का केस दर्ज करा देती हैं। यदि कानून सभी के लिए बराबर है तो फिर ऐसे मामलों में युवक ही जिम्मेदार क्यों? पुलिस को युवक-युवती दोनों के खिलाफ दुष्कर्म और छेड़छाड़ का मामला दर्ज करना चाहिए।

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