COVID की दूसरी लहर के कारण बच्चे हुए अनाथ, अब तक 577 बच्चों ने खोए अपने माता-पिता

COVID की दूसरी लहर के कारण 577 बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। सभी अपने सगे परिवार के साथ रह रहे हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय उन बच्चों की देखभाल के लिए राज्य सरकारों के संपर्क में है

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 07:51 PM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 10:59 PM (IST)
COVID की दूसरी लहर के कारण बच्चे हुए अनाथ, अब तक 577 बच्चों ने खोए अपने माता-पिता
COVID की दूसरी लहर के कारण बच्चे हुए अनाथ, अब तक 577 बच्चों ने खोए अपने माता-पिता

नई दिल्ली, प्रेट्र। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश भर में एक अप्रैल से अब तक कम से कम 577 बच्चे कोरोना के कारण अपने माता-पिता की मौत के बाद अनाथ हो गए। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे हर कमजोर बच्चे की सहायता और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है जिसने कोरोना के कारण माता-पिता दोनों को खो दिया है।

केंद्रीय मंत्री ईरानी ने एक ट्वीट में कहा कि पहली अप्रैल 2021 से मंगलवार दोपहर दो बजे तक राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों ने 577 बच्चों के अनाथ होने रिपोर्ट दी है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को यों ही नहीं छोड़ा गया है। ये जिला प्रशासन की निगरानी और संरक्षण में हैं। अगर ऐसे बच्चों को परामर्श की आवश्यकता होगी तो राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहैंस) में एक टीम इसके लिए तैयार है। एक सूत्र ने कहा कि केंद्र इन बच्चों के बारे में राज्यों और जिलों के लगातार संपर्क में हैं। उनके कल्याण के लिए धन की कोई कमी नहीं है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने यूनिसेफ सहित सभी हितधारकों के साथ बैठकें की हैं।

सूत्रों ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है कि जब महिला और बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्रालय ने बच्चों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं से संपर्क किया तो वे कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के बारे में कोई विवरण नहीं दे सके।एक अन्य घटनाक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव राम मोहन मिश्रा ने कहा कि भारत नौ देशों में 10 मिशनों में दस वन-स्टाप केंद्र खोलने जा रहा है। इन वन-स्टॉप केंद्रोंमें महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले निपटाए जाएंगे। उन्होंने कहा बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, यूएई, आस्ट्रेलिया, कनाडा और सिंगापुर में इस तरह का एक-एक केंद्र और सऊदी अरब में दो केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इसी तरह देश में भी 300 और नए केंद्र खोले जाएंगे। 

कोरोना प्रभावित बच्चों को बचाएं

यूनिसेफ द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग उप्र के संयुक्त तत्वावधान में आनलाइन मीडिया बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया। बैठक में कोविड प्रभावित बच्चों के लिए किए जा रहे प्रयासों के विषय में चर्चा की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बच्चों की सहायता व कोरोना से प्रभावित परिवारों के बच्चों के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर 1098 व 181 की जानकारी दी।

महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक मनोज कुमार राय ने कहा कि आजकल बच्चों की फोटो डालकर सोशल मीडिया पर सब कुछ लिख दिया जा रहा, ये ठीक नहीं। जुवैनाइल जस्टिस एक्ट कहता है कि इन बच्चों की पहचान उजागर नहीं की जाए। वहीं, एक टास्त फोर्स बनाने को भी जोर दिया गया, जो ऐसे बच्चे जिन्होंने मााता पिता को खो दिया या किसी एक को खो दिया या जिनके माता पिता पाॅजिटिव हैं ऐसे बच्चों को खोजकर बाल कल्याण समतियां यथोचित आदेश प्रदान करेंगी। 

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