पुणे में बंद फ्लैट से बचाई गईं 30 बिल्लियां, दो बहनों पर केस दर्ज

फ्लैट से आ रही बदबू के कारण बच्‍चे बीमार पड़ रहे थे। इससे परेशान होकर सोसाइटी के सदस्‍यों ने पुलिस और एनजीओ को संपर्क किया और यह मामला सामने आया।

By Pratibha Kumari Edited By: Publish:Thu, 14 Sep 2017 11:53 AM (IST) Updated:Thu, 14 Sep 2017 11:55 AM (IST)
पुणे में बंद फ्लैट से बचाई गईं 30 बिल्लियां, दो बहनों पर केस दर्ज
पुणे में बंद फ्लैट से बचाई गईं 30 बिल्लियां, दो बहनों पर केस दर्ज

पुणे, जेएनएन। किराए के एक अपार्टमेंट में 30 बिल्लियों को बंद कर रखना दो बहनों के लिए भारी पड़ गया। घटना पुणे के सोपानबाग स्थित एक अपार्टमेंट की है। सोसाइटी के एक सदस्‍य ने पुलिस से संपर्क कर शिकायत कर दी कि अपार्टमेंट से आ रही बदबू के कारण बच्‍चे बीमार पड़ रहे हैं। वहीं सोसाइटी के कुछ अन्‍य लोगों ने जानवरों के लिए काम करने वाले एक एनजीओ से भी संपर्क किया, जिसके बाद पुलिस के साथ मिलकर अपार्टमेंट में बंद बिल्लियों को बचाया गया और दोनों बहनों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर दिया गया।

घटनास्‍थल पर पहुंची टीम उस वक्‍त और हैरान रह गई, जब दोनों बहनों के खुद के एक अपार्टमेंट में भी 15 और बिल्लियां पाई गईं। एनिमल वेलफेयर ऑफ इंडिया के अधिकारी मेहर माथ्रानी द्वारा कोंढ़वा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह पूरा मामला प्रकाश में आया। आरोपियों की पहचान संगीता कपूर (58 वर्ष) और दीपिका कपूर (30 वर्ष) के रूप में हुई है, जो फरार हैं।

सीनियर पुलिस इंस्‍पेक्‍टर सतीश गोवेकर ने बताया कि बहनों ने पांच साल पहले किराए पर एक फ्लैट लिया था। इससे पहले कई बार सोसाइटी के सदस्‍यों ने उन्‍हें अपार्टमेंट साफ ररखने की बात कही थी, क्‍योंकि वहां से बदबू आती थी। इसके कारण बच्‍चे बीमार हो रहे थे। बिल्लियों को बहुत ही गंदी स्थिति में रखा गया था। जब हमने अपार्टमेंट का दरवाजा तोड़ा तो वहां 30 बिल्लियां थीं। उन्‍हें बचा लिया गया है और एक स्‍थानीय एनिमल शेल्‍टर को सौंप दिया गया है। बहनों का उसी सोसाइटी में एक अन्‍य अपार्टमेंट भी था। जब उनकी तलाश में टीम वहां पहुंची तो 15 और बिल्लियां बरामद हुईं।

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