मुठभेड़ में तीन उग्रवादी ढेर

असम के बोडोलैंड में हिंसा के बाद सुरक्षाबलों की कार्रवाई में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के तीन उग्रवादी मारे गए। जबकि रविवार को एक और महिला का शव मिलने से अब तक यहां हिंसा में मारे जाने वालों की संख्या 34 हो गई है। कोकराझाड़, बक्सा व चिरांग जिले में हत्याकांड क

By Edited By: Publish:Mon, 05 May 2014 02:03 AM (IST) Updated:Mon, 05 May 2014 02:16 AM (IST)
मुठभेड़ में तीन उग्रवादी ढेर

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। असम के बोडोलैंड में हिंसा के बाद सुरक्षाबलों की कार्रवाई में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के तीन उग्रवादी मारे गए। जबकि रविवार को एक और महिला का शव मिलने से अब तक यहां हिंसा में मारे जाने वालों की संख्या 34 हो गई है। कोकराझाड़, बक्सा व चिरांग जिले में हत्याकांड का शिकार हुआ अल्संख्यक समुदाय सुरक्षा के बावजूद सहमा हुआ है। शांति कायम करने के लिए क्षेत्र में सेना मार्च कर रही है।

पुलिस महानिरीक्षक एलआर बिश्नोई ने बताया कि उडालगुरी जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक उग्रवादी मारा गया जबकि दो भागने में सफल रहे। पुलिस ने उससे ग्रेनेड, पिस्टल व मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इसके अलावा सोणितपुर जिले में भी सुरक्षाबलों ने एनडीएफबी के दो उग्रवादी ढेर कर दिए। आइजी ने बताया कि रविवार को दुरमोनीघाट से एक और महिला का शव मिलने से यहां मृतकों की संख्या 34 पहुंच गई है। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को फोन पर हालात बताए। उन्होंने कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए हरसंभव कदम उठाने की ताकीद की। क्षेत्र में सेना तैनाती के बावजूद तनाव है। अल्पसंख्यक समुदाय डर के चलते यहां से लगातार पलायन कर रहा है। कोकराझाड़ से करीब 20 किमी दूर धुरामारी गांव में बोडो और मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। गांव के वृद्ध अब्दुल वाहेब शेख ने इन घटनाओं के पीछे असम सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। पीड़ितों ने हिंसा में मारे गए शवों को दफनाने से इन्कार कर दिया था। लेकिन असम सरकार द्वारा दोषियों को सजा दिए जाने का आश्वासन मिलने पर वे राजी हुए।

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