वैराग्य की राह पर चली 22 वर्षीय सिमरन, साध्वी बनने से पहले कराया प्री-दीक्षा शूट

22 वर्षीय सिमरन जैन ने वैराग्य की राह पर चलने का लिया फैसला। दीक्षा ग्रहण करने से पहले कराया प्री-दीक्षा फोटोशूट। 14 जनवरी से शुरू होगा दीक्षा महोत्सव।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 09:09 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 09:09 AM (IST)
वैराग्य की राह पर चली 22 वर्षीय सिमरन, साध्वी बनने से पहले कराया प्री-दीक्षा शूट
वैराग्य की राह पर चली 22 वर्षीय सिमरन, साध्वी बनने से पहले कराया प्री-दीक्षा शूट

रामकृष्ण मुले, इंदौर। शादी से पहले प्री-वेडिंग फोटोशूट का क्रेज आजकल खूब देखने को मिलता है, लेकिन क्या आपने प्री-दीक्षा शूट के बारे में सुना या देखा है? दरअसल, हरियाणा की रहने वाली 22 वर्षीय सिमरन जैन ने वैराग्य की कठिन डगर चुनी है और दीक्षा ग्रहण करने से पहले उसने प्री दीक्षा शूट की अनूठी पहल की है। श्वेतांबर जैन समाज की उच्च शिक्षित सिमरन इंदौर में जैन भगवती दीक्षा लेकर वैराग्य की राह पर चलने का फैसला लिया है।

समाज में उनकी यह पहल चर्चा का विषय है। उन्होंने अपने अभिनय कौशल का इस्तेमाल करते हुए शहर के गोम्मटगिरि-ह्रींकारगिरि सहित धार्मिक स्थल पर शूट किया। 14 जनवरी से होने वाले उनके सात दिनी दीक्षा महोत्सव में देशभर के हजारों समाजजन जुटेंगे।

मुमुक्षु सिमरन कहती हैं कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे वैराग्य के मार्ग पर चलने की अनुमति परिजन और गुरुजन से मिली। इस उत्सव का हर पल मेरे लिए खुशी का अवसर है। मैं बचपन से ही मेरी बुआ साध्वी मुक्ताश्रीजी की तरह बनना चाहती थी। मेरे पिता नहीं चाहते थे कि मैं साध्वी जीवन अपनाऊं। हम दो बहनें हैं, दोनों छुट्टियों में उनके पास जाती थीं। एक बार हम दोनों को बुखार आया, तो मेरी बहन रोने लगी और घर जाने की जिद पकड़ ली, लेकिन मैंने कहा कि मैं यहीं रहूंगी। मैं चार साल हॉस्टल में भी रही और सारा देश घूमा लेकिन, मन संतों के सान्निाध्य और वैराग्य में ही रमा, इसलिए मैंने दीक्षा लेने का फैसला किया।

अभिनय देखकर कहते थे कि अभिनेत्री बनेगी

सांसारिक बुआ महासती डॉ. मुक्ताश्री बताती हैं कि सिमरन धार्मिक आयोजन में होने वाली विभिन्ना नृत्य-नाटिकाओं और कार्यक्रमों में अभिनय करती थी। उसका अभिनय देखकर सभी कहते थे कि वह अभिनेत्री बनेगी, टीवी सीरियल में काम करेगी, लेकिन जब वह गर्भ में थी, तभी मैंने भैया-भाभी से इच्छा जताई थी कि उसे आत्मकल्याण के लिए दीक्षा दिलाना। सिमरन के पिता का फाइनेंस का काम है और अन्य व्यवसाय भी है।

विनयशील और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की सोच

मुमुक्षु सिमरन विनयशील और वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाली लड़की है। हर बात वैज्ञानिक ढंग से सोचकर ग्रहण करती है। पुणे से बीएससी (कम्प्यूटर साइंस) किया और वैराग्यकाल दो वर्ष का है। गुरु भगवंत और परिवार की आज्ञा से आत्मकल्याण के मार्ग पर आगे बढ़ रही है।

-पुनीतज्योति महाराज

शहर में होगा सात दिनी जैन भगवती दीक्षा महोत्सव

वर्धमान श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट द्वारा सात दिनी जैन भगवती दीक्षा महोत्सव 14 जनवरी से होगा। कार्यक्रम संयोजक प्रकाश भटेवरा और जिनेश्वर जैन के अनुसार महावीर भवन इमली बाजार में पहले दिन श्रीफल, केसर छांटना की रस्म और 15, 16 व 17 जनवरी को चौबीसी का कार्यक्रम होगा। 18 जनवरी को महाचौबीसी, 19 को नेमजी की बरात और 20 को मेहंदी की रस्म होगी। 14 से 20 जनवरी तक के आयोजन महावीर भवन इमली बाजर में होंगे। मुख्य आयोजन जैन भगवती दीक्षा महोत्सव 21 जनवरी को सुबह 9.30 बजे बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स (रेसकोर्स रोड) में होगा।

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