अमेरिका: निकाले जा रहे हैं ह्यूस्टन की बाढ़ में फंसे 200 भारतीय छात्र

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विट कर जानकारी कि यूनिवर्सिटी में तूफान की वजह से करीब 200 छात्र गहरे पानी से भरे हुए क्षेत्र में फंस गए हैं।

By Manish NegiEdited By: Publish:Mon, 28 Aug 2017 04:52 PM (IST) Updated:Mon, 28 Aug 2017 10:37 PM (IST)
अमेरिका: निकाले जा रहे हैं ह्यूस्टन की बाढ़ में फंसे 200 भारतीय छात्र
अमेरिका: निकाले जा रहे हैं ह्यूस्टन की बाढ़ में फंसे 200 भारतीय छात्र

नई दिल्ली, आइएएनएस/रायटर। अमेरिका में आए चक्रवाती तूफान हार्वे के कारण ह्यूस्टन शहर भीषण बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ में फंसे ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी के 200 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय छात्रों के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी दी है। क्षेत्र में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोग छात्रों को भोजन मुहैया करा रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा है कि दो घायल भारतीय छात्र शालिनी और निखिल भाटिया आइसीयू में भर्ती हैं।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर जानकारी दी कि यूनिवर्सिटी में तूफान की वजह से करीब 200 छात्र गहरे पानी से भरे हुए क्षेत्र में फंस गए हैं।

@CGHoust has informed me that 200 Indian students at University of Houston are marooned. They are surrounded by neck deep water. /1

— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 28, 2017

 सुषमा स्वराज ने बताया 'तूफान में फंसे हुए भारतीयों तक हमने खाना पहुंचाने की कोशिश की लेकिन यूएस कोस्ट गार्ड ने उसे रोक दिया क्योंकि वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।' 

We made efforts for delivery of food but US Coast Guard did not allow as boats were required for rescue operations. /2

— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 28, 2017

सुषमा ने कहा कि अमेरिका में भारत के काउंसलर जनरल अनुपम राय को भारतीयों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी गई है।

Mr. Anupam Ray our CG Houston is organising the rescue operations. /3

— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 28, 2017

एक अन्य ट्वीट में विदेश मंत्री ने लिखा, 'भारतीय छात्र निखिल भाटिया और शालिनी आइसीयू में भर्ती हैं। उनके रिश्तेदारों को अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।'

ट्रंप करेंगे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा

तूफान के कारण हुई तबाही का जायजा लेने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप मंगलवार को टेक्सास जाएंगे। सोमवार को राष्ट्रपति ने लुसियाना में आपात स्थिति की घोषणा कर दी। उन्होंने टेक्सास को केंद्रीय मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। हार्वे से टेक्सास प्रांत के अन्य हिस्से भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। तूफान से अरबों डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है। और बारिश होने की चेतावनी दी गई है। शहर के निवासियों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। भारी बारिश से सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं।

देश के चौथे बड़े शहर ह्यूस्टन में रिकार्ड 30 इंच वर्षा हो चुकी है। तूफान से पांच लोगों के मारे जाने और एक दर्जन के घायल होने की जानकारी मिली है। हताहतों की वास्तविक जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। ह्यूस्टन से करीब 35 मील दक्षिण पश्चिम स्थित फोर्ट बेंड काउंटी से 50,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।

हार्वे को पिछले छह दशकों में अमेरिका का सबसे ताकतवर तूफान बताया जा रहा है। वर्ष 2005 के कैटरीना तूफान के कारण 1,800 लोगों की मौत हो गई थी।

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