11 मुल्कों को था कसाब का इंतजार

नई दिल्ली। देश पर हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब पर मुकदमा चलाने के लिए दुनिया के 11 देशों ने कोशिश की थी। देश की आर्थिक राजधानी में दिनदहाड़े कोहराम बरपाने वाले इस हमले में मारे गए कुल 166 लोगों में से 26 विदेशी नागरिक थे। पुलिस रिकार्ड के अनुसार ये लोग अमेरिका,

By Edited By: Publish:Thu, 22 Nov 2012 11:11 AM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2012 11:12 AM (IST)
11 मुल्कों को था कसाब का इंतजार

नई दिल्ली। देश पर हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब पर मुकदमा चलाने के लिए दुनिया के 11 देशों ने कोशिश की थी।

देश की आर्थिक राजधानी में दिनदहाड़े कोहराम बरपाने वाले इस हमले में मारे गए कुल 166 लोगों में से 26 विदेशी नागरिक थे। पुलिस रिकार्ड के अनुसार ये लोग अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, सिंगापुर और इजरायल जैसे देशों से थे।

सूत्रों की मानें तो कसाब को अपने देश में बाकायदा मुकदमा चलाकर उसके किए की सजा देने के लिए करीब 11 मुल्कों ने उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार संपर्क साधा था।

संपर्क साधने वाले ज्यादातर देश कसाब के खिलाफ अपनी अदालतों में मुकदमा चलाना चाहते थे। इसके लिए इस मामले में वे अपनी स्वतंत्र रूप से जाच भी कर रहे थे। इजरायल जैसे देश का अगर कोई नागरिक किसी दूसरे देश में मारा जाता है तो इसके लिए बहुत सख्त कानूनी प्रावधान हैं।

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