केरल के 100 युवकों के आतंकी संगठन आइएस में शामिल होने का संदेह

सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 300 से अधिक संदेश पकड़ने के बाद पुलिस ने शनिवार को यह आशंका जताई है।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Sat, 11 Nov 2017 09:57 PM (IST) Updated:Sat, 11 Nov 2017 09:57 PM (IST)
केरल के 100 युवकों के आतंकी संगठन आइएस में शामिल होने का संदेह
केरल के 100 युवकों के आतंकी संगठन आइएस में शामिल होने का संदेह

कन्नूर, प्रेट्र : केरल के करीब 100 युवकों के खूंखार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) में शामिल होने का संदेह है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 300 से अधिक संदेश पकड़ने के बाद पुलिस ने शनिवार को यह आशंका जताई है।

उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार, केरल पुलिस ने यह आशंका पुख्ता सुबूतों को जुटाने के बाद व्यक्त किया है। इस सिलसिले में उसने वाट्सएप, टेलीग्राम मेसेजिंग एप्लीकेशन सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मौजूद तीन सौ से अधिक संदेश को पकड़ा है। सूत्र के मुताबिक, इसका ताजा नमूना एक ऑडियो क्लिप है, जिसमें एक महिला को अपने रिश्तेदार को यह बताते हुए सुना जा सकता है कि आइएस में शामिल उसका पति शाजिल हाल ही में जिहादी जंग के दौरान मारा गया।

इस ऑडियो में महिला ने आगे बताया है कि वह और उसके दो बच्चे अभी भी सीरिया में हैं। ऑडियो के जरिये उसने अपने रिश्तेदार को यह भी जानकारी दी है कि उसकी जैसी केरल की अन्य कई महिलाएं भी अपने बच्चों के साथ फिलवक्त सीरिया में ही हैं, जिनके पति मारे जा चुके हैं। ऑडियो क्लिप में महिला अपने जिस रिश्तेदार को संबोधित कर रही है, पुलिस ने उसकी शिनाख्त शाजिल के भाई के रूप में की है। इसी तरह से पुलिस ने किसी कयूम का ऑडियो क्लिप भी हासिल कर लिया है। आइएस आतंकी की वर्दी में इंटरनेट पर कयूम की तस्वीरें आसानी से उपलब्ध हैं।

केरल पुलिस ने 25 अक्टूबर को आइएस से रिश्ते के कारण तीन लोगों को गिरफ्तार किया। कुछ वर्ष पहले ये तीनों भी सीरिया गए थे और वहां पर आइएस से ट्रेनिंग लेकर लौटे हैं। पुलिस ने इन सबके सीरिया जाने के टिकट व वीजा की फोटोकापी भी बरामद कर ली है। पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आतंकियों की पहचान मिथिलाज, अब्दुल रज्जाक और राशिद के रूप में की है। ये सभी कन्नूर के निवासी हैं। ध्यान रहे कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) केरल से गायब हुए उन 21 युवकों के मामले की जांच कर रही है, जिनके आइएस में शामिल होने का शक जताया गया है। इनमें से 17 कासरगोड और चार पलक्कड के निवासी बताए जाते हैं।

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