UP LT Grade Teachers Recruitment: दस्तावेज सत्यापन में देरी को लेकर अभ्यर्थियों में गुस्सा, अब करेंगे प्रदर्शन

UP LT Grade Teachers Recruitment छह विषयों के चयनित सत्यापन की आस में बैठे हैं क्योंकि बिना शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन हुए उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 04:32 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 04:47 PM (IST)
UP LT Grade Teachers Recruitment: दस्तावेज सत्यापन में देरी को लेकर अभ्यर्थियों में गुस्सा, अब करेंगे प्रदर्शन
UP LT Grade Teachers Recruitment: दस्तावेज सत्यापन में देरी को लेकर अभ्यर्थियों में गुस्सा, अब करेंगे प्रदर्शन

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। UP LT Grade Teachers Recruitment: एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के द्वितीय चरण का रिजल्ट घोषित हुए एक माह का समय बीत चुका है, लेकिन चयनितों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख अभी तक घोषित नहीं हुई। छह विषयों के चयनित सत्यापन की आस में बैठे हैं, क्योंकि बिना शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन हुए उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी।

उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने एलटी ग्रेड परीक्षा के द्वितीय चरण का रिजल्ट घोषित करने की प्रक्रिया 11 अक्टूबर से शुरू की थी। द्वितीय चरण में कला, कंप्यूटर, जीव विज्ञान, अंग्रेजी, विज्ञान व गणित विषय का रिजल्ट घोषित किया गया। इसके बीच प्रथम चरण में घोषित सात विषयों के रिजल्ट के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन आठ नवंबर तक पूरा कराया गया। द्वितीय चरण में घोषित रिजल्ट के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख पांच नवंबर तक घोषित होनी थी, लेकिन घोषित नहीं हुई। वहीं आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि एलटी ग्रेड के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख दो-तीन दिन में घोषित कर दी जाएगी।

20 को प्रदर्शन करेंगे अभ्यर्थी

हिंदी व सामाजिक विज्ञान का रिजल्ट जारी कराने, सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन कराने की मांग को लेकर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के अभ्यर्थी 20 नवंबर को प्रदर्शन करेंगे। अभ्यर्थी पहले 13 नवंबर को प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण उसे स्थगित कर दिया गया है।

शिक्षकों को शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में संबद्ध करने पर रोक

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को जिला बेसिक और खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में संबद्ध करने पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि शासन ने यह फैसला मिल रही शिकायतों के बाद लिया है। शासन को मिल रही शिकायतों के मुताबिक कई जिलों में शिक्षकों से बीएसए या खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तरों में लिपिकीय काम करवाया जा रहा था। वहीं अन्य विद्यालयों में तैनाती देकर शैक्षणिक काम करवाया जा रहा था।

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